जमीन के निबंधन के बाद अब आपको इसका दस्तावेज हासिल करने के लिए किसी तरह की मशक्कत नहीं करनी होगी जमीन का निबंधन होते ही इसकी लिंक आपके मोबाइल पर चला जाएगा इस लिंक पर जाकर आप केवाला को डाउनलोड कर उसका प्रिंट निकाल सकते हैं

मुजफ्फरपुर जिले में जमीन रजिस्ट्री से संबंधित नई व्यवस्था लागू की गई है जमीन की रजिस्ट्री के बाद अब आपको इसका दस्तावेज हासिल करने के लिए किसी तरह की मशक्कत नहीं करनी होगी जमीन की रजिस्ट्री होते ही इसका लिंक आपके मोबाइल पर चला जाएगा इस लिंक पर जाकर आप केवाला को डाउनलोड कर उसका प्रिंट निकाल सकते हैं

क्रेता-विक्रेता दोनों के मोबाइल पर जा रहा लिंक
इसके साथ ही आप रजिस्ट्री के तुरंत बाद रजिस्ट्री कार्यालय से भी दस्तावेज प्राप्त कर सकते हैं यह व्यवस्था जिला रजिस्ट्री कार्यालयों में इस सप्ताह से शुरू हो गई है. इसमें जमीन के क्रेता-विक्रेता दोनों के मोबाइल पर निबंधन के साथ-साथ दस्तावेज का लिंक भी चला जा रहा है

रजिस्ट्री कार्य आएगी पारदर्शिता
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक रजिस्ट्री कार्य में पारदर्शिता लाने के उद्देश्य से ऐसा किया गया है इस नई व्यवस्था से अब क्रेता और विक्रेताओं की कितनी भी संख्या होगी उनके मोबाइल पर जमीन रजिस्ट्री के साथ दस्तावेज का लिंक आ जाएगा
पहले सिर्फ क्रेता को मिलता था दस्तावेज
बता दें कि इससे पहले जमीन की रजिस्ट्री के बाद दस्तावेज देर शाम या अगले दिन उपलब्ध होता था यह दस्तावेज सिर्फ क्रेता को ही मिलता था इसके कुछ महीनों बाद विक्रेता की ओर से यह शिकायत की जाती थी कि उससे अधिक जमीन लिखवा ली गई है इसकी वजह से विवाद बढ़ता था इस नई व्यवस्था में एक साथ सभी क्रेता और विक्रेताओं को रजिस्ट्री के साथ दस्तावेज मिल जाने से इस तरह की समस्या कम हो जाएगी
दस्तखत से पहले तथ्य व कागजात की जांच जरूरी
गौरतलब है कि पहले निबंधन के दस्तावेज की स्कैनिंग और उसको अपलोड करने में कुछ समय लगता था नई व्यवस्था में स्कैनिंग के साथ-साथ रजिस्ट्री भी हो रहा है इसके तहत रजिस्ट्री बटन दबते ही दस्तावेज अपलोड हो जाता है ध्यान रहे कि इसके बाद इसमें किसी तरह का बदलाव नहीं हो सकेगा इसलिए क्रेता और विक्रेता दस्तावेज पर दस्तखत करने से पहले एक बार तथ्यों और कागजात की जांच जरूर कर लें