जानकारी के मुताबिक, बिहार में नया टाउनशिप दिल्ली-एनसीआर, गुजरात और हरियाणा के तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां आपको बता दें कि पिछले साल अगस्त के महीने में नीतीश सरकार ने नई टाउनशिप नीति को मंजूरी दी थी।
बिहार। में नई सरकार के गठन के बाद कैबिनेट की बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कई बड़े प्रस्तावों पर मुहर लगा दी है। बिहार में चीनी मिल से लेकर ग्लोबल वर्क प्लेस तक के बड़े ऐलान किए गए हैं। इसी के साथ राज्य में 11 नए टाउशिप का ऐलान भी किाय गया है। बिहार के मुख्य सचिव ने बताया है कि बिहार में 11 नये टाउनशिप विकसित किए जाएंगे। इनमें 9 प्रमंडलीय मुख्यालय के अलावा सीतामढ़ी और सोनपुर को शामिल किया गया है। मुजफ्फरपुर, भागलपुर, गया, दरभंगा, पूर्णिया, सहरसा और चंपारण जैसे शहरों में नया टाउनशिप बनाने की योजना है।
जानकारी के मुताबिक, बिहार में नया टाउनशिप दिल्ली-एनसीआर, गुजरात और हरियाणा के तर्ज पर विकसित किया जाएगा। यहां आपको बता दें कि पिछले साल अगस्त के महीने में नीतीश सरकार ने नई टाउनशिप नीति को मंजूरी दी थी। इसमें लैंड पूलिंग मॉडल को आधार बनाया गया था। इसके तहत जमीन मालिकों से जमीन लेकर पहले उसे विकसित किया जाएगा और फिर जमीन मालिकों को विकसित जमीन का 55 फीसदी हिस्सा वापस कर दिया जाएगा। जमीन के बचे हुए हिस्से में सड़क, ट्रांसपोर्ट इन्फ्रास्ट्रक्चर, अस्पताल, गरीबों के लिए घर इत्यादि बनाने की योजना है।
बिहार सरकार ने नौ प्रमंडलीय मुख्यालयों को व्यवस्थित करने के लिए कई शहरों को सैटेलाइट सिटी के रूप में भी डेवलप करने का प्लान बनाया है। नए टाउनशिप के तहत योजनाबद्ध तरीके से जल निकासी, यातायात और कचरा प्रबंधन जैसी योजनाओं पर जोर दिया जाएगा।
इसके अलावा राज्य सरकार ने यह भी फैसला लिया है कि बिहार को पूर्वी भारत के नए टेक्नोलॉजी हब के रूप में विकसित किया जाएगा। इसके लिए बिहार में डिफेंस कॉरिडोर, सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग पार्क, ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर्स, मेगा टेक सिटी व फिनटेक सिटी की स्थापना की जाएगी एवं उद्योगों का जाल बिछाने हेतु वृहद कार्ययोजना तैयार कर योजनाओं को क्रियान्वित किया जाएगा।