कुशेश्वरस्थान में अंधविश्वास की हैरान करनेवाली तस्वीर सामने आई है. एक सप्ताह पहले नदी में डूबे व्यक्ति को जिंदा नदी से बाहर निकालने का दावा कर एक महिला तांत्रिक लगातार अपनी पूरी टीम के साथ कई घंटो तक खूब ड्रामा करती रही. पहले नदी के तट पर पानी में डूबे व्यक्ति के परिजन को स्नान कर हाथ जोड़कर बैठाया गया,

फिर तांत्रिक के सहयोगी झाल-मृदंग की धुन पर झूमते गाते रहे. महिला तांत्रिक ने भगतई के नाम पर भूत खेलने का पहले ड्रामा किया. जब पानी में डूबा व्यक्ति घंटों बाद भी नदी से बाहर नहीं निकला तब महिला तांत्रिक खुद नदी के पानी में प्रवेश कर गोते लगाने लगी. दोनों हाथ पानी में डाल डूबे हुए व्यक्ति को निकालने का ड्रामा खूब किया, लेकिन अंत तक कोई सफलता नहीं होता देख बहाना बना मौके से भाग गई.

अंधविश्वास के इस ड्रामे को देखने कई गांवों से हजारों लोगों की भीड़ कमला नदी किनारे उमड़ पड़ी थी. लोग बीच-बीच में कमला मइया के भी गगनभेदी नारे लगाते रहे. आश्चर्य की बात यह है कि तेज बहती नदी किनारे अंधविश्वास का ड्रामा घंटों चलता रहा. नदी किनारे हजारों की उतावली भीड़ हादसे को भी न्योत सकती थी, लेकिन इसे रोकने के लिए पुलिस और प्रशासन के लोग मौके पर नहीं दिखाई दिए.