Mon. Aug 4th, 2025

बिहार में हाल ही में बड़े पैमाने पर हुए शिक्षकों के स्थानांतरण का असर अब सरकारी विद्यालयों की पढ़ाई पर दिखने लगा है। कई स्कूल शिक्षक विहीन हो गए हैं, वहीं कुछ विद्यालयों में केवल एक ही शिक्षक कार्यरत हैं।

शिक्षा विभाग की समीक्षा में यह चौंकाने वाली स्थिति सामने आई है।

शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस. सिद्धार्थ ने समीक्षा के क्रम में पाया कि राज्य के 29 विद्यालयों में एक भी शिक्षक कार्यरत नहीं हैं। वहीं, 354 विद्यालय ऐसे हैं जहां केवल एक शिक्षक ही पढ़ा रहे हैं। इन हालातों को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिया है कि ऐसे विद्यालयों में तत्काल शिक्षक प्रतिनियुक्त किए जाएं ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।

डॉ. सिद्धार्थ ने कहा कि विशेष परिस्थितियों में हुए स्थानांतरण एवं पदस्थापन के चलते कुछ विद्यालय पूरी तरह शिक्षक विहीन हो गए हैं, जबकि कुछ में केवल एक या दो शिक्षक ही रह गए हैं। कई स्कूलों में छात्र-शिक्षक अनुपात 40 से अधिक पाया गया है, जो शैक्षणिक गुणवत्ता के लिए नुकसानदायक है।

शिक्षा विभाग ने प्राथमिक विद्यालयों में कम से कम तीन शिक्षकों की अनिवार्य उपस्थिति सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। वहीं, मध्य एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में विषयवार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए भी स्पष्ट निर्देश दिए गए हैं।

जिलाधिकारियों को भेजे गए पत्र में अपर मुख्य सचिव ने कहा है कि वे अपने स्तर से इसकी समीक्षा करें और जिन स्कूलों में शिक्षक नहीं हैं या जहां शिक्षकों की संख्या आवश्यकता से कम है, वहां अस्थाई प्रतिनियुक्ति के माध्यम से शिक्षकों की तैनाती सुनिश्चित करें।

By RIYA