दक्षिणी दिल्ली स्थित कालिंदी कुंज थाना क्षेत्र में एक हिंदू परिवार को अपने घर में पूजा करने के लिए भी पड़ोसियों से टकराना पड़ रहा है। पड़ोसी उसे घंटी और शंख बजाने पर अंजाम भुगतने की धमकी दे रहे हैं। पीड़ित परिवार पिछले 24 साल से इस इलाके में रह रहा है। पूजा से रोक लगाने पर पीड़ित परिवार ने कालिंदी कुंज थाने में शिकायत दी है, लेकिन अब तक एफआइआर दर्ज नहीं की गई है। हालांकि, इस मामले में कई हिंदू संगठन सामने आए हैं और पीड़ित परिवार को मदद का भरोसा दिलाया है।

रौशन पाठक पत्नी शांति और दो बच्चों के साथ मदनपुर खादर एक्सटेंशन में पिछले दो दशक से रह रहे हैं। वह जीवनयापन के लिए रिक्शा चलाते हैं। उनके घर में भगवान का एक छोटा सा मंदिर है। उनकी बेटी ने बताया कि बीती 19 अक्टूबर को वह घर में पूजा कर रही थी। इस दौरान घर के सामने रहने वाला दानिश आया और पूजा करने का विरोध करने लगा। उसने कहा कि यह शंख और घंटी बजाना बंद कर दो इससे उसे नींद में परेशानी होती है। इसके बाद दानिश और उसके परिवार के अलावा मोहल्ले में रहने वाले कई मुस्लिम परिवार एकत्र हो गए और उन्हें पूजा कम करने तथा शंख आदि न बजाने के लिए धमकी देने लगे।

पीड़ित परिवार का कहना है कि वह पिछले 22 सालों से इस जगह पर रह रहे हैं। पहले उन्हें कोई समस्या नहीं होती थी, लेकिन जैसे-जैसे दूसरे समुदाय के लोगों की संख्या बढ़ती गई उन्हें पूजा के लिए टोका जाने लगा। पिछले तीन साल से उन्हें पूजा कम करने की सलाह दी जाती थी। 19 अक्टूबर को घर में घुसकर परिवार को जान से मारने की धमकी भी दी।

पीड़ित परिवार ने बताया कि जब वह रहने आए थे तब मोहल्ले में मिश्रित आबादी थी, लेकिन पिछले कुछ वर्षों में समुदाय विशेष की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई थी, जिसके कारण पिछले पांच साल में गिनती के परिवार रह गए हैं। इसके बाद से पूजा पाठ और अन्य गतिविधियों में अवरोध पैदा किया जाता है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल ने दिल्ली पुलिस और प्रशासन से सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में राजधानी में जिहादी मानसिकता के लोगों की हिंदू संस्कृति पर कुठाराघात की घटनाएं बढ़ी है। पुलिस को कार्रवाई कर ऐसी मानसिकता के लोगों को सख्त संदेश देना चाहिए।