Thu. Sep 18th, 2025

बिहार। में इस बार EVM पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें होंगी। तस्वीर का तीन-चौथाई हिस्सा उम्मीदवार के चेहरे का होगा ताकि मतदाता आसानी से पहचान सकें। उम्मीदवारों और NOTA विकल्प के सीरियल नंबर…

चुनाव डेट। बिहार विधानसभा चुनाव के तारीखों का ऐलान फिलहाल नहीं हुआ। इस बात की संभावना है कि नवंबर के पहले सप्ताह से शुरू हो सकते हैं। सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग (EC) ने जो प्रारंभिक प्रस्ताव तैयार किया है उसमें चुनावों को तीन चरणों में संपन्न कराने की योजना है। सूत्रों का कहना है कि चुनाव आयोग अक्टूबर के पहले सप्ताह में चुनाव कार्यक्रम की आधिकारिक घोषणा कर सकता है। छठ पूजा (28 अक्टूबर) के बाद पहले चरण का मतदान शुरू होगा और नवंबर के तीसरे सप्ताह तक पूरी प्रक्रिया पूरी करने की तैयारी है।

243 सदस्यीय बिहार विधानसभा का कार्यकाल 22 नवंबर को समाप्त हो रहा है। ऐसे में आयोग को इससे पहले चुनाव कराना अनिवार्य है। गौरतलब है कि 2020 के विधानसभा चुनाव भी तीन चरणों में हुए थे। 28 अक्टूबर, 3 नवंबर और 7 नवंबर को मतदान तथा 10 नवंबर को परिणाम घोषित किए गए थे।

इस बार EVM पर उम्मीदवारों की रंगीन तस्वीरें होंगी। तस्वीर का तीन-चौथाई हिस्सा उम्मीदवार के चेहरे का होगा ताकि मतदाता आसानी से पहचान सकें। उम्मीदवारों और NOTA विकल्प के सीरियल नंबर अंतरराष्ट्रीय भारतीय अंकों में छापे जाएंगे। स्पष्टता के लिए 30 साइज के बोल्ड फॉन्ट का इस्तेमाल होगा। मतदान के लिए गुलाबी रंग के विशेष पेपर का इस्तेमाल किया जाएगा।

बिहार में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन 30 सितंबर को होगा। तब तक सभी दावे और आपत्तियों का निपटारा कर दिया जाएगा। चुनाव आयोग ने विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) की प्रक्रिया शुरू की है ताकि कोई भी पात्र मतदाता छूट न जाए  और कोई अपात्र शामिल न हो। हालांकि, इस प्रक्रिया को लेकर विवाद भी गहराया है। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि EC भाजपा के दबाव में गरीबों, दलितों और प्रवासी वोटरों के नाम सूची से हटाने का काम कर रहा है। इसी मुद्दे पर राहुल गांधी ने बिहार में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ निकाली।

कांग्रेस का दावा है कि उसने 89 लाख शिकायतें आयोग को दी हैं और इसके प्रमाणस्वरूप मुहर लगी रसीदें भी हैं, जबकि EC का कहना है कि कोई शिकायत उचित प्रारूप में दर्ज नहीं हुई।