Tue. Aug 19th, 2025

16 अगस्त से पूरे बिहार में राजस्व महाअभियान की शुरूआत होने वाली है। इस दौरान राजस्व विभाग की टीम लोगों के घर जाएगी और तमाम रिकॉर्ड्स को सुधारेगी। इसके लिए लोगों को पहले ही सभी कागजात तैयार रखने की सलाह दी जा रही नहीं तो भारी परेशानी हो सकती है।

16 अगस्त यानी कल से ही पूरे बिहार में राजस्व महाअभियान की शुरूआत हो जाएगी। इस महाअभियान को लेकर राजस्व विभाग की टीम घर-घर जाएगी और सभी रिकॉर्ड को दुरुस्त करेगी। इस महाअभियान का मुख्य उद्देश्य ही है जमाबंदियों को अपडेट करना और जमीन से जुड़े रिकॉर्ड्स को सही करना। ऐसे में महाअभियान की शुरूआत से पहले लोगों को कई तरह के कागजात को तैयार रखने की सलाह दी जा रही है। ताकि उन्हें किसी तरह की परेशानी ना हो।

राजस्व महाअभियान में होगा क्या?

सबसे पहले यह जानते हैं कि, राजस्व महाअभियान में होगा क्या… जानकारी के मुताबिक, इस महाअभियान के दौरान कई जरूरी काम किए जाएंगे। जितनी भी गलतियां होंगी, उनमें सुधार, डिजिटाइज्ड हो चुकी जमाबंदियों में जो भी गलतियां हैं, उन्हें ठीक किया जाएगा। इसके साथ ही छूटी हुई जमाबंदियों को ऑनलाइन करना समेत अन्य महत्वपूर्ण काम इस महाअभियान के दौरान किए जायेंगे।

महाअभियान से लोगों को होगा फायदा

इस महाअभियान से होने वाले फायदे की बात करें तो, उत्तराधिकार और संयुक्त संपत्तियों के बंटवारे से जुड़े नामांतरण के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इसके लिए राजस्व विभाग की टीम खुद ही घर-घर जायेगी। जमाबंदी की कॉपी और आवेदन के फॉर्म देगी। इसके बाद, गांव में शिविर लगाए जायेंगे जहां सभी आवेदन और जरूरी कागजात जमा किए जाएंगे। इस महाअभियान को सफल बनाने के लिए कई सरकारी और गैर-सरकारी संघों ने भी अपना समर्थन दिया है।

डेथ सर्टिफिकेट बनवाना जरूरी

राजस्व महाअभियान के पहले कई कागजातों को तैयार रखने की सलाह दी गई है। अगर आपकी जमीन के कागजात आज तक पूर्वजों के ही नाम पर है। और अब उस जमीन को आप अपने नाम पर करना चाहते हैं तो कई कागजात की आपको जरूरत पड़ेगी। उनमें सबसे जरूरी मृत्यु प्रमाण पत्र बताया जा रहा है। बिना डेथ सर्टिफिकेट के आप नाम नहीं बदल पायेंगे। इसके लिए आपको संयुक्त जमाबंदी को अपने नाम से आवेदन करना होगा और विभाग के कर्मी आपके घर जाकर जमाबंदी की कॉपी और आवेदन का फॉर्म उपलब्ध कराएंगे।

इस तरह जमा करना होगा फॉर्म…

इसके बाद अगर ऑनलाइन जमाबंदी में किसी प्रकार की गलती है, तो आप अपने नाम, खाता, खेसरा, रकबा और लगान से संबंधित सभी डिटेल्स में गलती की जानकारी देकर इसके सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। अगर जमाबंदी रैयत की मृत्यु हो गई है तब सबसे पहले आपको पूर्वज की जमाबंदी के सभी खाता खेसरा और रकबा का सही-सही डिटेल्स दर्ज करना होगा। इसके बाद फॉर्म में डिटेल्स भरकर पूर्वज का डेथ सर्टिफिकेट और वंशावली के साथ फॉर्म राजस्व महाअभियान के शिविर में जमा करना होगा। इसे बाद आपके पूर्वज की जमीन आपके नाम पर होगी।

तीन स्तरों पर दिया जाएगा पुरस्कार

जानकारी के मुताबिक, विभाग ने बड़ा फैसला लिया है कि इस महत्वपूर्ण काम को सफल बनाने के लिए जो भी अधिकारी, कर्मचारी और जनप्रतिनिधि अच्छा काम करेंगे, उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा। तीन अलग-अलग स्तरों पर सम्मानित किया जाएगा। अंचल स्तर पर सबसे बेहतर काम करने वाली तीन पंचायतों को चुना जाएगा और वहां के अधिकारियों, कर्मचारियों और पंचायत प्रतिनिधियों को पुरस्कार दिया जाएगा। फिर जिला स्तर पर अच्छा काम करने वाले तीन अंचलों (ब्लॉक) को चुना जाएगा और उन्हें जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। इसके बाद राज्य स्तर पर बिहार में सबसे अच्छा काम करने वाले तीन जिलों को चुना जाएगा और उन्हें पुरस्कार दिया जाएगा।