मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने बुधवार को बाढ़ को लेकर उच्चस्तरीय बैठक की। उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में राहत राशि और किसानों को मुआवजा जल्द दिलाने का निर्देश दिया।

बिहार में मॉनसून के दौरान गंगा समेत अन्य नदियों की वजह से आई बाढ़ से 25 लाख लोगों की आबादी प्रभावित हुई है। सीएम ने बुधवार को पटना में इस संबंध में उच्चस्तरीय बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ प्रभावित इलाकों में जल्द से जल्द राहत पहुंचाने और किसानों को फसलों के नुकसान का मुआवजा देने के निर्देश दिए हैं। नीतीश कुमार ने कहा कि नदियों के किनारे वाले क्षेत्रों में बढ़ते जलस्तर को ध्यान में रखते हुए प्रशासन पूरी तरह अलर्ट रहे। साथ ही प्रभावित लोगों को यथाशीघ्र और पूरी संवेदनशीलता के साथ मदद करें।
मुख्यमंत्री नीतीश ने बुधवार को एक अणे मार्ग स्थित संकल्प में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में किए जा रहे राहत एवं बचाव कार्यों की उच्चस्तरीय समीक्षा की।

मुख्यमंत्री ने राज्य की नदियों के जलस्तर की अद्यतन स्थिति की भी जानकारी ली। उन्होंने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के लोगों के बीच राहत एवं बचाव कार्य पूरी मुस्तैदी से करते रहें। सरकार में आने के बाद से ही हम लोग आपदा पीड़ितों की सहायता के लिए तत्पर रहते हैं। मॉनसून के पूर्व संभावित बाढ़, सुखाड़ एवं अन्य आपदाओं को लेकर तैयारियों की समीक्षा की जाती है और एसओपी के अनुसार सभी को कार्य करने के निर्देश दिए जाते हैं।
राहत राशि और मुआवजा जल्द मिले
सीएम नीतीश ने कहा कि बाढ़ प्रभावित लोगों के बीच आनुग्रहिक राहत राशि (जीआर) का वितरण जल्द से जल्द कराएं। बाढ़ के दौरान हुई फसल क्षति को लेकर किसानों के बीच राशि का भुगतान कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि पथ निर्माण विभाग एवं ग्रामीण कार्य विभाग बाढ़ से क्षतिग्रस्त सड़कों का पुनर्स्थापन कार्य कराना सुनिश्चित करें, ताकि लोगों को आवागमन में किसी प्रकार की परेशानी न हो।