साइबर अपराधियों के कारस्तानी से आम से खास तक परेशान हैं। सीतामढ़ी समेत पूरे सूबे में साइबर फ्रॉड की घटनाएं बढ़ गई हैं। पुलिस के तमाम प्रयासों के बावजूद साइबर फ्रॉड की घटनाओं पर रोक नहीं लग पा रही है।

ये फ्रॉड खाते से पैसे की निकासी के लिए नए-नए हथकंडे अपना रहे हैं। बचने की पूरी कोशिशों के बाद भी लोग फ्रॉड के शिकार हो जा रहे हैं। ताजा मामला यह है कि बिना ओटीपी और अलर्ट के मैसेज से एक व्यक्ति के खाते से लाखों रूपये की निकासी कर ली गई है।

दो माह में पूरी राशि की निकासी
पीड़ित व्यक्ति रामपुकार सिंह सीतामढ़ी जिले के डुमरा प्रखंड के हरिछपरा गांव के निवासी हैं। उनके भारतीय स्टेट बैंक की डुमरा शाखा के खाते से फ्रॉड द्वारा राशि की निकासी की गई है। यह राशि मई और जून 2025 में कुल 32 बार में निकाली गई है। इस दौरान एक भी निकासी का नाम तो कोई मैसेज आया और न अलर्ट। पीड़ित व्यक्ति रामपुकार सिंह ने साइबर थाने में अज्ञात फ्रॉड के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। उन्होंने पुलिस से राशि की वापसी कराने का आग्रह किया है। प्राथमिकी दर्ज कर साइबर पुलिस जांच में जुट गई है।

7.62 लाख रूपये निकाले
पीड़ित रामपुकार सिंह को फ्रॉड की जानकारी तब चली जब वे राशि की निकासी के लिए बैंक में पहुंचे। बैंक कर्मी ने बताया कि उनके खाते में एक रुपया भी नहीं है। यह सुनते ही रामपुकर परेशान हो गए। उन्हें एक पल समझ में नहीं आया कि बैंक कर्मी की बातों में कितनी सच्चाई है। हालांकि दुबारा बैंककर्मी के कहने पर उन्हें फ्रॉड होने की बात पर यकीन हो गया। उसके बाद वे साइबर थाने की शरण में पहुंचे।
एक रुपया तक नहीं छोड़ा
रामपुकार सिंह ने साइबर थाना को अपने खाते का स्टेटमेंट भी दिया है। पूरा पैसा फ्रॉड द्वारा एचडीएफसी/केनरा बैंक में ट्रांसफर किया गया है। बताया जा रहा है कि इंटरनेट बैंकिंग के जरिए रुपए की निकासी की गई है। बताया गया है कि साइबर फ्रॉड ने 32 बार में निकासी की है। फ्रॉड ने एक रुपया, 20 रुपयों और 50 रुपयों तक को नहीं छोड़ा।