सीतामढ़ी में शहरवासियों के लिए राहत की खबर है। लंबे समय से सफाई व्यवस्था की बदहाली और जल संकट से जूझ रहे नगर निगम क्षेत्र में अब हालात सुधार के आसार बढ़े हैं। नगर निगम ने जहां सफाई व्यवस्था को फिर से दुरुस्त करने के लिए प्रतिबंधित दोनों सफाई एजेंसियों को काम पर वापस सुकृति प्रदान कर दी गई है। वहीं

जल संकट को स्थायी रूप से सुलझाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर ठोस पहल की गई है। नगर निगम द्वारा जारी किए गए निर्देशों के अनुसार, अब शहर के चारों प्रमुख जलमीनारों से घर-घर तक स्वच्छ पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की जाएगी। इसके लिए निगम के जेई और सहायक अभियंता को वार्ड अलॉट करते हुए वहां का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है,

जिन्हें पूरे अभियान की निगरानी और मरम्मत कार्यों की जिम्मेदारी दी गई है। पिछले कई दिनों से शहर के कोटबाजार, डुमरा, सोनावती कॉलोनी, पुनौरा समेत कई मोहल्लों में पानी का लेयर नीचे जाने के कारण जल संकट की स्थित उत्पन्न हो गई थी। इस दौरान स्थापित जिले में स्थापित जलमीनार से आपूर्ति न होने के कारण जल संकट की समस्या और विकराल हो गई थी। कई मोहल्लों में पाइप लाइनें जर्जर होने या लीकेज होने के कारण पानी लोगो के घर तक नहीं पहुंच पा रहा है। स्थानीय लोगों को पीने के पानी के लिए या तो टैंकरों का सहारा लेना पड़ रहा था या फिर निजी बोरिंग की सुविधा नहीं होने पर मजबूरी में बाजार से पानी खरीदना पड़ रहा था।

जलापूर्ति सुनिश्चित करवाएंगे डीएम रिची पांडेय ने इस जल संकट को गंभीरता से लेते हुए नगर आयुक्त प्रमोद कुमार पांडेय को तत्काल समाधान के निर्देश दिए। इसके बाद नगर आयुक्त ने जेई और तकनीकी कर्मचारियों के साथ शहरी क्षेत्र के कोट बाजार, खड़का रोड, मेहसौल चौक सीओ ऑफिस गली और नगर निगम कार्यालय परिसर स्थित जलमीनार का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान कोट बाजार स्थित जलमीनार में तकनीकी खराबी पाई गई, जिसे सुधारने का आदेश दिया गया। निर्देश दिया कि जहां पानी की आपूर्ति में बाधा है, वहां तुरंत मरम्मत कराएं।
हमारी कोशिश है कि जल्द से जल्द सभी प्रमुख इलाकों में पानी की आपूर्ति बहाल हो जाए। किसी भी मोहल्ले से शिकायत मिलने पर तत्काल हमारी टीम मौके पर पहुंच और जरूरत के हिसाब से मरम्मत कार्य तुरंत कराए जाएंगे। ताकि वहां जलापूर्ति की व्यवस्था सुनिश्चित की जा सके। सफाई व्यवस्था को लेकर भी गंभीरता बरती जा रही है और दैनिक निरीक्षण होगा। – प्रमोद कुमार पांडेय, आयुक्त, नगर निगम।
सफाई एजेंसियों की वापसी से सफाई व्यवस्था होगी सुदृढ़ सिर्फ जल संकट ही नहीं, बल्कि पिछले कुछ समय से शहर की सफाई व्यवस्था भी बुरी तरह चरमरा गई थी। सफाई एजेंसियों की हड़ताल के चलते कचरे का अंबार लग गया था और नालियां जाम हो गई थीं। अब जब तीनों एजेंसियां विशाल प्रोटेक्शन फोर्स, टेक्नो फैसिलिटी एंड मैनेजमेंट सर्विसेज और मौर्यन कार्स ऑटो सर्विस फिर से काम पर लौट आई हैं, तो नगर निगम ने सफाई कार्य को प्राथमिकता देने का निर्णय लिया है। वार्डवार सफाई व्यवस्था की मॉनिटरिंग के लिए विशेष निगरानी दल का गठन किया गया है। नगर आयुक्त ने स्पष्ट किया है कि अगर किसी एजेंसी या कर्मी की लापरवाही सामने आती है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। साफ-सफाई और जल आपूर्ति अब निगम की सर्वोच्च प्राथमिकता है।