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सीतामढ़ी साइब थाने की टीम ने एक स्मॉल फाइनेंस बैंक के सीतामढ़ी ब्रांच के खाते में साइबर फ्रॉड दो महीने में 1.30 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी मामले मे पुलिस ने दो व्यक्ति को गिरफ्तार करते गिरोह हुए गिरोह का पर्दाफाश किया है। वहीं इस गिरोह में शामिल अन्य लोगों की गिरफ्तारी के लिए साइबर थाने की टीम छापेमारी शुरू कर दी है।

साइबर थाने के हत्थे चढ़े साइबर फ्रॉड की पहचान नानपुर थाना क्षेत्र के भदियन गांव निवासी स्व. रामा ठाकुर के पुत्र अशोक कुमार व सिवान जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के मैरवा इंग्लिश निवासी दिलबास खान के पुत्र मो. नौशाद खान के रूप में की गई है।

आरोपी के पास से एक लैपटॉप, तीन मोबाइल, फिंगर प्रिंट स्कैनर, विभिन्न कम्पनियों के मोहर और अन्य कागजात के साथ ही 25900 रुपए नगद बरामद किए गए है। डीएसपी सह साइबर थानाध्यक्ष आलोक कुमार ने बताया कि गृह मंत्रालय भारत सरकार के समन्वय पोर्टल तथा एनसीआरपी पोर्टल के अवलोकन से पता चला कि एक खाता नंबर पर अन्य राज्यों से कुल 14 मामले दर्ज है और वह खाता सीतामढ़ी स्मॉल फाइनेंस बैंक का है।

बैंक से केवाइसी प्राप्त कर अवलोकन किया गया तो पाया कि खाता मई-2025 में खुला है और दो महीने में उक्त खाते में लगभग 01 करोड़ 30 लाख का ट्रांजेक्शन हुआ है। खाता डिटेल्स एवं केवाइसी से पता चला कि उक्त खाता विस्त्रारा माइक्रो फाइनेंस लिमिटेड के नाम से है, इसके डायरेक्टर अशोक कुमार एवं उसकी पत्नी किरण देवी है।

इस बिन्दु पर आगे की अनुसंधान के लिए साइबर थाना के टीम द्वारा उक्त पते पर छापामारी की गई और संदिग्ध व्यक्ति अशोक कुमार को पकड़कर पूछताछ की गई। इसमें बताया कि ये और इनके अन्य साथी सिवान जिले के मैरवा थाना क्षेत्र के मैरवा इंग्लिश निवासी मो. नौशाद खान, गुठनी थाना क्षेत्र के मैरिटारवा निवासी विमल शुक्ला और सुनील नाम के व्यक्ति व अन्य अज्ञात द्वारा अन्य फ्रॉड इंवेस्टमेंट स्कीम का पैसा अपने खाते पर कमीशन पर मंगाते है और आम जनता के साथ फ्रांड का भी काम करते है।

पूर्व में वर्ष 2023 और 2024 में भी फ्रांड का काम भी इनके द्वारा किया गया है। इसकी पुष्टि इनके मोबाइल चैट से हुई है। इनकी निशानदेही पर मो. नौशाद खान को सिवान स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया है। जांच में इंस्पेक्टर अनिल राम, एसआई राकेश कुमार, जितेंद्र कुमार, प्रोग्रामर प्रताप कुमार रजक व जितेंद्र भास्कर शामिल थे।