Tue. Aug 19th, 2025

बिहार के सीतामढ़ी जिले में बॉर्डर इलाके में फर्जी अवैध नर्सिंग होम और क्लिनिकों की संख्या बढ़ती जा रही है इन अस्पतालों के संचालक मानकों को पूरा किए बगैर संचालन करते हैं ऐसे अस्पतालों में मरीजों का खूब आर्थिक शोषण किया जाता है इन अस्पतालों के संचालकों के खिलाफ बराबर कार्रवाई भी जाती रही है बावजूद ऐसे अस्पतालों की संख्या में कोई कमी नहीं आई है और वे बेखौफ होकर अवैध रूप से अपना काम करते रहते हैं इसी कड़ी में गुप्त सूचना मिलने पर सिविल सर्जन के नेतृत्व में टीम ने एक ऐसे निजी अस्पताल को सील कर दिया। इस अस्पताल को लाइसेंस सिर्फ ओपीडी के लिए मिला था लेकिन यहां सर्जरी तक कर दी जाती थी

पुख्ता सबूत मिलने पर अस्पताल सील
मानकों को दरकिनार कर संचालित निजी अस्पताल में अवैध रूप से मरीजों की सर्जरी किए जाने पर उसे सील कर दिया गया है यह कार्रवाई सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार की मौजूदगी में की गई कार्रवाई से बॉर्डर इलाके से अवैध नर्सिंग होम/क्लिनिक/ जांच घरों के संचालकों में हड़कंप मच गया है बताया गया है कि छापेमारी की भनक लगते ही कुछ अवैध नर्सिंग होम संचालक अपने संस्थान में ताला लगाकर गायब हो गए हालांकि जिला प्रशासन की कार्रवाई की रडार पर सभी अवैध नर्सिंग होम क्लिनिक और जांच घर शामिल हैं

परिहार प्रखंड का अस्पताल हुआ सील
जिस निजी अस्पताल को सील किया गया है उसका नाम राज हॉस्पिटल है ये सीतामढ़ी के परिहार प्रखंड मुख्यालय में ही संचालित था टीम के निरीक्षण के दौरान अस्पताल में कई तरह की कमियां पाई गई वहां कर्मियों की संख्या काफी कम और संसाधनों का काफी आभाव दिखा जांच के दौरान पता चला कि इस अस्पताल को सिर्फ ओपीडी का लाइसेंस मिला हुआ है पर यहां तो सर्जरी तक कर दी जाती है सबूत के तौर पर सर्जरी वाले चार मरीज में अस्पताल में मौजूद मिले इसके बाद उसे सील कर दिया गया

अस्पताल में एमबीबीएस डॉक्टर नहीं

डीपीआरओ कमल सिंह ने बताया कि राज हॉस्पिटल में एमबीबीएस चिकित्सक  सर्जन  एनेस्थीसिया विशेषज्ञ और कोई प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ नहीं मिले अस्पताल का संचालन आयुष चिकित्सक दंपति द्वारा किया जा रहा था जो नियमानुसार अनुचित है सबसे गंभीर बात यह रही कि अस्पताल में ऑपरेशन के चार मरीज भर्ती पाए गए परंतु उनके उपचार के लिए कोई योग्य चिकित्सक या नर्स मौजूद नहीं थी टीम के द्वारा मरीजों को बेहतर इलाज हेतु सदर अस्पताल अथवा परिहार पीएचसी में स्थानांतरित करने का पूरा प्रयास किया गया किंतु मरीजों ने स्थानांतरित होने से इनकार कर दिया

अस्पताल के एक कमरे में है चारों मरीज
एसीएमओ डॉ. जेड. जावेद के हवाले से डीपीआरओ ने बताया कि फिलहाल चारों मरीजों को अस्पताल के एक कमरे में रखा गया है जबकि ऑपरेशन थियेटर (OT) सहित अन्य सभी खाली कमरों को सील कर दिया गया है जैसे ही मरीज स्थानांतरित किए जाएंगे शेष कमरा भी सील कर दिया जाएगा इस कार्रवाई का नेतृत्व सिविल सर्जन डॉ. अखिलेश कुमार एवं एसीएमओ डॉ. जेड. जावेद ने किया टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डुमरा और परिहार भी शामिल थे यह पूरी कार्रवाई डीएम रिची पांडेय के निर्देश पर की गई