भभुआ अनुमंडल क्षेत्र के अधौरा थाना क्षेत्र के देवढी गांव में 6 अक्टूबर 2021 को एक 10 साल की बच्ची के साथ दरिंदगी की गई थी. जिसमें बच्ची के साथ दुष्कर्म के बाद उसकी हत्या कर दी गई थी. इस मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है साथ ही इस जघन्य हत्याकांड के आरोपी मो. मसीदुर आलम को गिरफ्तार कर लिया. बता दें कि 6 अक्टूबर को अधौरा के देवढी गांव में निर्माणाधीन राजकीय अनुसूचित जनजाति आवासीय विद्यालय के परिसर में काम करने वाले मजदूर ने बगल की ही एक 10 वर्षीय बच्ची की हत्या कर उसके शरीर में सरिया (लोहे की रॉड) घुसा दी थी. साथ ही पत्थरों से कूच कर बच्ची के शव को आग लगा भी दी थी. इस वारदात के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई थी.

बता दें कि आवासीय विद्यालय के निर्माण के लिए पश्चिम बंगाल के इलाके से मजदूर बुलाए गए हैं. उन्हीं मजदूरों में पश्चिम बंगाल के मालदा जिला के कलियाचक थाना के पिपरतल्ला गांव के रहने वाले मोहम्मद मसीदुर आलम को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. घटना के बारे में बताया जा रहा है कि पहले आरोपी ने बच्ची को गलत नीयत से अपने पास बुलाया तथा बाद में उसकी जघन्य हत्या कर दी थी.

इस संबंध में कैमूर जिला के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पीड़ित परिजन के आवेदन के आधार पर पहले दो मजदूरों अब्दुल कुर्बान तथा मोहम्मद मुर्शीद को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. बाद में वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान किया गया तथा सीसीटीवी फुटेज को जब खंगाला गया तो जांच में सामने आया कि मसीदुर आलम ने ही बच्ची के साथ दरिंदगी की थी. जिसके बाद विशेष टीम द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी की गई है.


इस संबंध में कैमूर जिला के एसपी राकेश कुमार ने बताया कि पीड़ित परिजन के आवेदन के आधार पर पहले दो मजदूरों अब्दुल कुर्बान तथा मोहम्मद मुर्शीद को पुलिस ने गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था. बाद में वैज्ञानिक तरीके से अनुसंधान किया गया तथा सीसीटीवी फुटेज को जब खंगाला गया तो जांच में सामने आया कि मसीदुर आलम ने ही बच्ची के साथ दरिंदगी की थी. जिसके बाद विशेष टीम द्वारा आरोपी की गिरफ्तारी की गई है.


एसपी राकेश कुमार ने बताया कि कुछ अपराधी अपराध कर बच जाना चाहता है, लेकिन आज के जमाने में वैज्ञानिक अनुसंधान और पुलिस की तत्परता से अपराध करके कोई बच नहीं सकता. अपराधी को गिरफ्तार करने में देर हो सकती है, लेकिन किसी हाल में अपराधी को पकड़ना ही पड़ता है. इसलिए कोई भी अपराधी अपराध करने से पहले यह सोच ले कि कानून ने उसके लिए विभिन्न सुसंगत धाराओं में सजा का प्रावधान रखा है. ऐसे में किसी भी तरह के अपराध करने से बचें.