जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में सोमवार को आतंकवादियों ने बिहार निवासी पिता-पुत्र पर गोलियां बरसाई थी. इस हमले में दोनों जख्मी हो गये. मजदूरों को गोली मारने की खबर के बाद से बिहार में हड़कंप मच गया है. इधर, घटना की सूचना के बाद से कश्मीर में रह रहे अन्य मजदूरों के परिजनों की बेचैनी बढ़ गयी है. उनके परिजन भी इस घटना से सहम गये हैं.

मजदूर कश्मीर से घर के लिए ट्रेन पकड़ कर रवाना

बगहा पुलिस जिला के चौतरवा थाना क्षेत्र के सैकड़ों की संख्या में मजदूरी करने कश्मीर गये सिक्टौर गड़हिया गांव के लोग आतंकियों के भय एवं दहशत से पलायन करने पर विवश हो गये हैं. लगभग दर्जनों की संख्या में मजदूर कश्मीर से मंगलवार को घर के लिए ट्रेन पकड़ कर रवाना हो गए हैं. घर आने वाले मजदूरों में निपू पटेल, चुमन पटेल, राहुल पटेल, आनंद मोहन, रामाशीष पटेल समेत दर्जनों लोग शामिल हैं.

जख्मी जोखु पटेल की पत्नी ने बताया

आतंकी हमले में जख्मी जोखु पटेल की पत्नी प्रेमा देवी ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान इनके पति व पुत्र की शरीर से गोली निकल गई है तथा शरीर से काफी खून निकल जाने से खून व पानी अस्पताल में चढ़ाया जा रहा है तथा फिलहाल स्थिति ठीक है.

पेड़ के नीचे बैठे थे और अंधाधुंध फायरिंग करने लगे आतंकी

जख्मी जोखु पटेल की पत्नी ने बताया कि उनके पति व पुत्र पर उस समय आतंकियों ने हमला कर दिया जिस समय वे दोपहर में खाना खाकर एक पेड़ के नीचे बैठे थे. आतंकी चार चक्का गाड़ी से आये तथा अंधाधुंध फायरिंग कर दोनों लोगों को जख्मी कर फरार हो गया. गौरतलब हो कि सोमवार की दोपहर सिक्टौर गांव के काश्मीर के पुलवामा में मजदूरी करने गये बाप व बेटा को आतंकियों ने हमला कर जख्मी कर दिया था.

पहले भी गैर कश्मीरियों को बनाया निशाना

बता दें कि इसके पहले भी आतंकवादियों ने गैरकश्मीरियों को निशाना बनाते हुए मजदूरों को गोली मारी थी. जिसके बाद से वहां से भारी संख्या में मजदूर वहां से लौटने लगे थे. बेतिया के भी काफी मजदूर वापस लौट आये थे. इधर, हालात कुछ सामान्य दिखने पर कुछ मजदूर वापस काम पर कश्मीर चले गये थे. जहां से अब तीन अप्रैल को पुलवामा के लिजोरा इलाके में आतंकियों द्वारा यहां के दो मजदूरों को गोली मारने की जानकारी मिली है.