बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 67वीं की संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा बीते आठ मई को राज्य के कई सेंटर पर आयोजित हुई थी. इस मामले में पेपर लीक और फिर उसकी पुष्टि होने के बाद जांच की जिम्मेदारी आर्थिक अपराध इकाई (पटना) को सौंप दी गई. इस मामले में अब तक चार लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है. अब बड़ी खबर यह है कि ईओयू की एफआईआर रिपोर्ट में दो ऐसे नंबर का जिक्र किया गया है जो दोनों सरकार से जुड़े बड़े अधिकारियों के हैं.  

एबीपी न्यूज़ की वेबसाइट पर प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक एफआईआर रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी गई है कि 67वीं संयुक्त प्रारंभिक परीक्षा प्रारंभ होने के निर्धारित समय से पहले पूछे जाने वाले प्रश्न सेट-सी का हिंदी प्रश्न सोशल मीडिया में वायरल हो चुका था. यह भी बताया गया है कि बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक को प्रश्न पत्र की प्रति उनके मोबाइल नंबर 9472276281 पर किसी व्यक्ति द्वारा मोबाइल नंबर 9472343001 से उन्हें दिनांक 8 मार्च 2022 को 11:43 बजे पूर्वाह्न में भेजा गया था. 

आर्थिक अपराध इकाई की एफआईआर कॉपी से एक बात और स्पष्ट होती है कि आरा में हंगामा शुरू होने से पहले ही बीपीएससी के दफ्तर में पेपर लीक की खबर मिल गई थी. आरा में हंगामा लगभग सवा 12 बजे यानी कि 12:15 के बाद शुरू हुआ जबकि उससे आधा घंटा पहले ही बीपीएससी के परीक्षा नियंत्रक के पास पेपर की कॉपी पहुंच गई थी. 

दरअसल, एफआईआर में जिस नंबर से बिहार लोक सेवा आयोग के परीक्षा नियंत्रक को प्रश्न पत्र भेजा गया था वो नंबर बिहार पंचायती राज के निदेशक और चर्चित आईएएस रंजीत कुमार सिंह का है. वहीं दूसरा नंबर परीक्षा नियंत्रक अमरेंद्र कुमार का है. एफआईआर में ईओयू के डीएसपी ने अपनी रिपोर्ट में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि यह कार्य किसी बड़े संगठित गिरोह द्वारा सुनियोजित तरीके से किया गया है. आर्थिक लाभ प्राप्त करने के लिए यह किया गया है.

बता दें कि इस मामले में पहले ही चार लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है. कुंवर सिंह कॉलेज के प्राचार्य सह सेंटर सुपरिटेंडेंट डॉ. योगेंद्र प्रसाद सिंह, सुशील कुमार सिंह व्याख्याता सह कंट्रोलर, अगम कुमार सहायक व्याख्याता सह सहायक सेंटर सुपरिटेंडेंट (कुंवर सिंह कॉलेज) और जयवर्धन गुप्ता, प्रतिनियुक्त स्टैटिक दंडाधिकारी सह प्रखंड विकास पदाधिकारी शामिल हैं.

इधर, ईओयू की एफआईआर रिपोर्ट में आईएएस रंजीत कुमार सिंह का नाम आने के बाद एबीपी न्यूज ने इस अफसर से बात की. रंजीत कुमार ने कहा कि गलती से यह नंबर आया है. यह बात कह उन्होंने बाकी सवालों को खारिज कर दिया.

Input : ABP News

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