ऐसी सामाजिक सोच है कि लड़का अगर सरकारी नौकरी है तो दहेज में मोटी रकम मिलती है। लड़की वाले भी ऐसे वर की तलाश में रहते हैं जो कि सरकारी नौकरी करते हैं।

फिर चाहे उसके लिए उन्हें दहेज में लाखों रुपए क्यों न देना पड़ जाए। लेकिन भागलपुर जिले में एक ऐसी शादी हुई है। जहां सरकारी नौकरी ही दहेज मुक्त शादी का सबसे बड़ा कारण बन गया। यहां न तो लड़केवालों ने दहेज की कोई डिमांड की, न ही वधू पक्ष को शादी में किसी प्रकार की परेशानी उठानी पड़ी। दोनों पक्ष इस शादी को लेकर बेहद खुश नजर आए।

समस्तीपुर से आई थी बारात

दहेज मुक्त शादी का यह मामला भागलपुर जिले के नया बाजार स्थित गोला घाट से जुड़ा है। जहां रहनेवाले हीरा लाल की पुत्री संगीता कुमारी का विवाह समस्तीपुर के मुरारी धरारी निवासी शिव कुमार चौरसिया के बेटे विपुल कुमार से हुआ। बताया गया कि विपुल सरकारी टीचर है। वहीं दुल्हन संगीता देवघर के फार्मेसी कॉलेज में असि. प्रोफेसर के पद पर कार्यरत है।

दोनों नौकरी में तो दहेज की क्या जरुरत

चूंकि यहां वर-वधू दोनों नौकरी करते हैं। ऐसे में दोनों परिवार की सोच एक जैसी थी कि जब नौकरी कर रहे हैं तो यहां दहेज की कोई जरुरत नहीं है। जिस पर सभी ने सहमति जताई और बीते गुरुवार दोनों की धूमधाम से शादी रचाई गई। शादी में शामिल होने पहुंचे लोग भी इस दहेज मुक्त शादी की तारीफ कर रहे थे।