मैट्रिक उत्तीर्ण विद्यार्थी अगर अपने ही स्कूल में 11वीं में नामांकन लेंगे तो उन्हें 11वीं का नामांकन शुल्क नहीं देना पड़ेगा। उनका नामांकन नि:शुल्क होगा। यह इसी सत्र से सभी स्कूलों में लागू किया जायेगा।

वहीं अनुसूचित जाति और जनजाति के छात्रों को शिक्षण शुल्क और विकास शुल्क नहीं लिया जायेगा। यानी एससी और एसटी के छात्रों को न तो प्रवेश शुल्क लगेगा और न स्थानांतरण शुल्क लगेगा।

ज्ञात हो कि अप्रैल के दूसरे सप्ताह के बाद बिहार बोर्ड द्वारा ओएफएसएस के माध्यम से 11वीं में नामांकन प्रक्रिया शुरू की जायेगी। छात्रों को 11वीं में नामांकन के लिए ऑनलाइन आवेदन करना होगा। ऐसे में जो छात्र 11वीं में नामांकन के लिए अपने स्कूल का विकल्प देंगे तो उन्हें नामांकन शुल्क नहीं लगेगा। शिक्षा विभाग के आदेश पर पटना डीईओ ने सभी स्कूलों को इसकी जानकारी दी है। समय रहते इसकी जानकारी सभी विद्यार्थियों को देने का निर्देश डीईओ पटना ने दिया है। छात्र को इसकी जानकारी ओएफएसएस में 11वीं नामांकन के ऑनलाइन आवेदन के समय देना होगा। ऑनलाइन आवेदन के समय बोर्ड द्वारा दस कॉलेज का विकल्प मांगा जाता है, जहां पर बच्चे नामांकन लेना चाहते हैं।

अनुपस्थित रहने पर नहीं देना होगा शुल्क
पहले अनुपस्थिति दंड देना होता था। लेकिन अब इसे हटा दिया गया है। विलंब दंड को भी खत्म कर दिया गया है। इसके अलावा लंच आवर के बाद स्कूल से जाने पर पलायन शुल्क लिया जाता था, लेकिन अब इस शुल्क को भी खत्म कर दिया गया है। पहले लगातार सात दिनों तक अनुपस्थित रहने पर पुन:प्रवेश यानी रिएडमिशन लेना होता था। लेकिन अब इसे खत्म कर दिया गया है।

इन शुल्कों को अब रखा जाएगा विकास कोष में:
– प्रवेश शुल्क, शिक्षण शुल्क, भवन निर्माण, मरम्मत
11वीं में अपने ही स्कूल में नामांकन का होगा फायदा
– विद्यार्थी को भाग-दौड़ नहीं करनी पड़ेगी
– स्कूल में ड्रापआउट की समस्या नहीं रहेगी
– छात्र का फोकस अपनी पढ़ाई पर होगा
– नामांकन लेने में आसानी होगी
– आर्थिक रूप से सहूलियत मिलेगी

पटना के डीईओ अमित कुमार ने बताया कि नौंवीं से 12वीं तक के कई शुल्क को हटा दिया गया है। वहीं छात्र 11वीं में नामांकन अपने ही स्कूल में लगे तो उन्हें नामांकन शुल्क नहीं देना होगा। इससे छात्रों को काफी सुविधा होगी। अब नामांकन शुल्क केवल नौंवी में लगेगा

input hindustan