सीतामढ़ी शहर में मेहसौल थाने के निर्माण के लिए चिन्हित की गई को-ऑपरेटिव की भूमि पर रह रहे किराएदारों और प्रशासन के बीच ठन गई है। दोनों में से कोई भी पीछे हटने को तैयार नहीं है।

जानकारी के मुताबिक को-ऑपरेटिव सोसायटी की जमीन को मेहसौल थाने के नये भवन के लिए बिहार सरकार ने खरीद लिया है। डीएम के निर्देश पर 7 जनवरी को छह अधिकारियों की टीम ने स्थल का निरीक्षण किया था। आश्वस्त होने के बाद जिला प्रशासन और को-ऑपरेटिव के बीच जमीन की रजिस्ट्री भी हो गई है।

इस बीच जमीन पर रह रहे लोगों ने आंदोलन छेड़ दिया है। डुमरा अंचलाधिकारी चंद्रजीत प्रकाश द्वारा जमीन पर कब्जा जमाए लोगों को नोटिस दिया गया था। सभी से जमीन खाली करने को कहा गया है। वही लोगों का कहना है कि वह बीते 60 वर्षों से जमीन पर रह रहे हैं।

मो. तनवीर, खातिर कुरैशी, मो. कौशर, पुप्पू कुमार, राजीव सिंह, कमल सिंह, राजेन्द्र प्रसाद समेत कुल 11 लोगों ने प्रशासन से समय देने की मांग की है। आरोप है कि पुनर्वास के बिना ही उन सभी को विस्थापित किया जा रहा है।

वही, प्रशासन ने सोमवार को ध्वनि विस्तारक यंत्र से सभी कब्जा धारियों को जमीन खाली करने के लिए कहा गया है। मंगलवार को प्रशासन द्वारा इन सब पर बुलडोजर चलाया जाएगा। इसके लिए अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है।

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