बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार(Nitish Kumar) सरकारी स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति को लेकर बेहद गंभीर हैं. उन्होंने सख्त लहजे में ये संदेश दे दिया है कि शिक्षकों की मनमानी अब नहीं चलने वाली है और अगर वो कक्षा से गैरहाजिर रहते हैं तो उन्हें सरकार नौकरी से बाहर कर देगी. उनके ऊपर निगरानी की जिम्मेदारी जीविका दीदियों को सौंपी गयी है. जिनकी शिकायत पर सरकार दोषी शिक्षक को बर्खास्त करेगी.

जीविका दीदियों को नजर रखने को कहा…

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने समाधान यात्रा के दूसरे दिन शुक्रवार को सीतामढ़ी में कहा कि उनकी सरकार 10 लाख युवाओं को नौकरी और 10 लाख को रोजगार देने की दिशा में तेजी से काम कर रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में शिक्षकों की कमी जल्द पूरी की जायेगी. सर्वे कराकर शिक्षकों की बहाली की जायेगी. सरकारी विद्यालयों में ठीक ढंग से पढ़ाई हो, शिक्षक उपस्थित रहें, इस पर जीविका दीदियों को नजर रखने को कहा.

रिपोर्ट पर डिसमिस भी किया जा सकता है….

जीविका दीदियों के साथ संवाद में मुख्यमंत्री ने कहा कि यदि स्कूलों में शिक्षक अनुपस्थित रहता है, तो आप सभी जीविका दीदियां उसकी रिपोर्ट करें. अनुपस्थित रहने वाले शिक्षकों को आपकी रिपोर्ट पर डिसमिस भी किया जा सकता है. मुख्यमंत्री ने कहा कि हमलोग तनख्वाह बढ़ा रहे हैं, तो शिक्षकों को भी पढ़ाने पर ध्यान देना चाहिए. उन्होंने कहा कि सब लोगों को काम और रोजगार मिलना चाहिए. इसके लिए सरकार हरसंभव कोशिश कर रही है.

सीएम ने कहा…

सीएम ने कहा कि पिछले 17 सालों में विकास के कई काम किये गये हैं, वह आज भी प्रभावशाली है. क्या कमियां हैं, लोगों के कल्याण के लिए और क्या करने की जरूरत है, इसको जानने, समझने के लिए हम आपलोगों के बीच आये हैं. मुख्यमंत्री के समक्ष सात जीविका दीदियों ने अपनी बातें रखीं. मुख्यमंत्री ने सबकी बातें सुनी और कहा कि आपलोग इतना अच्छा काम कर रही हैं कि दूसरे राज्यों में प्रशिक्षण देने आपको जाना पड़ता है.

INPUT : PRABHAT KHABAR