सीतामढ़ी में सीता माता की जन्म स्थली (Maa Sita Birth Place In Sitamarhi) को लेकर बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि रामायण काल में भी माता सीता के साथ घोर अन्याय हुआ था और आज भी अन्याय हो रहा है.

बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर (Devesh Chandra Thakur) ने माता सीता को लेकर कहा कि रामायण काल में भी माता सीता के साथ अन्याय हुआ था और आज भी माता सीता के साथ अन्याय हो रहा है.

बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर ने कहा कि जहां अयोध्या को पर्यटक स्थल के रूप में अंतरराष्ट्रीय पहचान मिल चुकी है. वहीं माता सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम को अब तक वो पहचान नहीं मिली है.

विदेश क्या देश के लोग भी अब तक माता सीता की जन्म स्थली को लेकर पूरी तरह आश्वस्त नहीं है. जबकि रामायण काल में क्या हुआ?, अपनी पुस्तकों में भी माता सीता की जन्म स्थली का विवरण दर्ज है. उसके बाद भी अब तक माता सीता को वह पहचान नहीं मिल पाई जो अयोध्या को मिली है. माता सीता की जन्मस्थली पुनौरा धाम के विकास को लेकर केंद्र सरकार और राज्य सरकार से बात कि है जल्द ही पुनौरा धाम का विकास होगा और देश ही नहीं विदेश से भी लाखों की संख्या में सैलानी पुनौरा धाम में आकर माता सीता का दर्शन करेंगे.‘ – देवेश चंद्र ठाकुर, सभापति, बिहार विधान परिषद

सभापति ने कहा कि अब जल्द से जल्द वो माता सीता की जन्म भूमि को अंतर्राष्ट्रीय पटल पर अयोध्या धाम की तरह लाने को लेकर केंद्र सरकार से बात करेंगे. ताकि देश ही नहीं विदेश के लोग भी माता सीता की जन्म स्थली को लेकर दिग्भ्रमित ना हो. उन्होंने कहा कि पुनौरा धाम का विकास होने से जिले के लाखों लोगों को जहां रोजगार मुहैया होगा.

वहीं, अंतरराष्ट्रीय पटल पर भी अयोध्या की तरह सीतामढ़ी का नाम होगा.उन्होंने साफ कहा कि देश के पटल पर जिस तरह अयोध्या का नाम है. उसी तरह माता सीता की जन्म स्थली पुनौरा धाम को लेकर अभी भी लोग दिग्भ्रमित हैं. पुनौरा धाम के विकास को लेकर केंद्र और राज्य सरकार से बात की गई है.

जल्द ही विकास के कार्य में तेजी आएगी. गौरतलब है कि बिहार विधान परिषद के सभापति देवेश चंद्र ठाकुर एक कार्यक्रम में नानपुर प्रखंड के जानीपुर गांव पहुंचे थे. जहां उन्होंने ये बातें कही.बता दें कि बिहार के सीतामढ़ी में माता जानकी की जन्म स्थली पुनौरा धाम का विकास किया जाएगा.

इसको लेकर केंद्र सरकार द्वारा 30 करोड़ रुपए मिला है. स्थानीय लोगों में इसको लेकर खुशी की लहर भी है. माता जानकी की जन्म स्थली पुनौरा धाम को रामायण सर्किट से जोड़ा जाएगा. धाम के विकास को लेकर आम लोगों में यह आस जगी है कि अयोध्या की तरह ही पुनौरा धाम का निर्माण होगा.

INPUT : ETV BHARAT