अग्निपथ स्कीम के विरोध में हुए बवाल के बाद बीजेपी नेता ने गंभीर आरोप लगाये थे। आरोप यह था कि उनके एक खास पार्टी और नेताओं को टारगेट किया गया है और प्रशासनिक मिलीभगत से उपद्रव कराया गया है। बीजेपी नेता के इस आरोप को खारिज करते हुए बिहार के डीजीपी एस.के.सिंघल ने मीडिया से कहा कि इस पर हमें कुछ नहीं कहना हमने कार्रवाई कर दी है। बीजेपी नेताओं की रक्षा बिहार पुलिस ने ही की थी। डीजीपी ने मीडिया से कहा कि यकीन ना हो तो आप खुद जाकर पता कर लीजिए। सच्चाई खुद सामने आ जाएगी।

गौरतलब है कि बीते दिनों अग्निपथ स्कीम के खिलाफ उपद्रवियों ने जमकर बवाल मचाया था। उपद्रवियों ने बीजेपी नेताओं के साथ-साथ बीजेपी दफ्तर पर भी हमला बोला था। जिसके बाद बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल ने कहा था कि बीजेपी को टारगेट किया जा रहा है। प्रशासनिक मिलीभगत से उपद्रव कराया गया है। इस पूरे मामले में प्रशासन की कहीं ना कहीं कमी दिखाई दे रही है। एक खास एजेंडे के तहत हंगामे को हवा दी गयी।

बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष संजय जायसवाल के इन आरोपों के संबंध में जब बिहार के डीजीपी एस.के.सिंघल से मीडिया ने सवाल किया तब उन्होंने कहा कि इस पर हमें कुछ भी नहीं कहना हमने कार्रवाई कर दी है। उनकी रक्षा पुलिस ने की है आप चाहे तो जाकर पता कर लीजिए।

अग्निपथ स्कीम को लेकर हुए हंगामे और कोचिंग संचालकों पर हुई कार्रवाई पर डीजीपी एस.के.सिंघल ने कहा कि कल तक मेरे पास जो डेटा था उसे बता चुके हैं। उन्होंने कहा कि मामले की अनुसंधान जारी है और कानूनी प्रक्रिया लगातार चलेगी। डीजीपी ने कहा कि पुलिस साक्ष्य के आधार पर काम करती है। जिन लोगों के खिलाफ एविडेंस आएगी उसी के आधार पर उन पर कार्रवाई की जाएगी। अनुसंधान के तहत जो चीजे सामने आएगी उसे शेयर करूंगा और उसी के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।