देश के विभिन्न इलाकों में जहां सांप्रदायिक घटनाएं देश के सामाजिक ताने-बाने को प्रभावित कर रही हैं, तो वहीं आपसी सौहार्द के कुछ ऐसे वाकये भी सामने आए हैं जो लोगों को मिलजुल कर रहने की सीख देते हैं. इस बीच आजमगढ़ जिले से गंगा-जमुनी तहजीब की बेहतरीन मिसाल पेश करने वाली तस्‍वीर सामने आयी है. दरअसल एक मुस्लिम परिवार ने हिन्दू बेटी की शादी के लिए न सिर्फ अपने आंगन में सात फेरे लेने के लिए मंडप सजवाया बल्कि हिन्दू-मुस्लिम महिलाएं शादी में मिलकर देर रात तक मंगल गीत गाती रहीं. इस वजह से शादी समारोह में चार चांद लग गये. यही नहीं, मुस्लिम परिवार ने शादी के खर्च में भी बढ़-चढ़कर योगदान किया.

यूं लगा पड़ोस में रहने वाले परवेज के घर मंडप
राजेश चौरसिया अपनी भांजी की शादी की जद्दोजहद में थे. इस बीच उन्‍होंने अपने पड़ोस में रहने वाले परवेज से भांजी की शादी के लिए मंडप लगाने की बात कही. यह सुनते ही परवेज ने गंगा-जमुनी तहजीब की इबारत लिख डाली. परवेज के घर के आंगन में न सिर्फ मंडप सजा बल्कि मंगल गीत भी गाए गए. इसके बाद 22 अप्रैल को जौनपुर जिले के मल्हनी से बारात आंगन में पहुंची तो द्वाराचार और वैदिक मंत्राचार के बीच सात फेरे और सिन्दूरदान की रस्म सम्पन्न हुई. इस दौरान हिन्दू मुस्लिम महिलाएं मिलकर देर रात तक शादी में मंगल गीत गाती रहीं.

सुबह बारात विदा होने से पहले खिचड़ी रस्म शुरू हुई तो राजेश ने अपनी क्षमता के अनुसार वर पक्ष को खुश किया, तो इसी रस्म के दौरान पड़ोसी परवेज ने वर के गले में सोने की सिकड़ पहनाई, जिससे शादी रस्म में चार चांद लग गए.