अगर आप सोशल मीडिया पर पोस्ट, शेयर, लाइक करते हैं तो हर तस्वीर या वीडियो पर आंख मूंदकर भरोसा मत कीजिए। शायद उस तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई हो। वीडियो को कांट-छांटकर किसी एजेंडे के तहत शेयर किया जा रहा हो। जी हां, ऐसी चीजें आपको फंसा सकती हैं और सच्चाई पता चलने पर आप खुद को कोस रहे होंगे।

सोशल मीडिया पर बड़े-बड़े नेता गच्चा खा जाते हैं। वीडियो कहां और किस जगह क्रॉप करके पेश किया जा रहा है, एजेंडा या तो समझ नहीं पाते या फिर जानबूझकर फैक्ट से खिलवाड़ करते हैं। ऐसा ही एक वीडियो आज सुबह से ट्विटर पर खूब शेयर किया जा रहा है। इस वीडियो में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने हाथ जोड़कर प्रणाम करते दिखाई देते हैं। उस समय देखने में ऐसा लगता है जैसे पीएम ने उनसे मुंह फेर लिया। क्या सच में ऐसा ही हुआ था? यह जाने बगैर सोशल मीडिया पर पीएम मोदी के आलोचक सवाल उठाने लगे। आगे पढ़िए इस वायरल वीडियो के भीतर छिपी सच्चाई क्या है?

वायरल वीडिओ

शनिवार, 23 जुलाई 2022 की शाम का यह वीडियो संसद भवन के सेंट्रल हॉल का है। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के लिए विदाई समारोह आयोजित किया गया था। राष्ट्रपति को स्मृति चिन्ह और हस्ताक्षर पुस्तिका भेंट की गई। राष्ट्रपति ने अपना संबोधन दिया और इसके बाद वह मंच से उतरते हैं और आगे की पंक्ति में बैठे गणमान्य व्यक्तियों के पास जाकर मिलते हैं। वह सबसे हाथ जोड़कर अभिवादन स्वीकार करते हैं। वायरल हो रहा वीडियो भी उसी समय का है। उस समय राष्ट्रपति हाथ जोड़कर मंत्रियों, सांसदों से मिलते, बात करते देखे जाते हैं। आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने आज सुबह 14 सेकेंड का जो वीडियो ट्वीट किया है, उससे गलतफहमी पैदा हो गई। गलत संदेश गया जबकि सच्चाई बिल्कुल अलग थी।

हकीकत

निष्कर्ष : सोशल मीडिया पे दावा किया गया वीडिओ भ्रामक हैं. राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री की अनदेखी नहीं की।