सीतामढ़ी मंडल कारा की महिला कैदी की इलाज के दौरान सदर अस्पताल मौत हो गई है। मृतक बिंदु देवी दो दिनों पहले इलाज के लिए भर्ती कराया गया था जहां रविवार की रात में महिला की मौत हो गई।

वहीं, प्रशासन का कहना है कि महिला अपना इलाज नहीं करवा रही थी। परिजन बता रहे हैं कि बिना ऑक्सीजन के जांच के लिए जाने की स्थिति में नहीं थी और ऑक्सीजन का अस्पताल में व्यवस्था ही नहीं था। महिला कैदी बिंदु देवी का इलाज कराने में उपस्थित पुलिसकर्मी काफी चिंतित दिख रहे थे। महिला कैदी बिना ऑक्सीजन के एक मिनट भी नहीं रह पा रही थी।

बताया जा रहा है कि महिला कैदी पिछले 6 महीने से टीबी रोग से ग्रसित है और 3 महीने से जेल में बंद थी। मृतक महिला पर अपने बहू को जलाकर मारने का आरोप है। इसी आरोप में महिला का पति और पुत्र भी जेल में बन्द है। जिसके आरोप में वह 3 महीने से सीतामढ़ी मंडल कारा में बंद है। शुक्रवार को ही बिंदु की स्थिति बेहद खराब हो गई जिसके बाद उसे जेल प्रशासन के द्वारा सदर अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया गया।

सदर अस्पताल में महिला इलाज के दौरान बार-बार ऑक्सीजन का पाइप निकाल कर फेंक दे रही थी। डॉक्टर के द्वारा जब एक्सरे के लिए बोला जा रहा था तो वह जांच कराने से कतरा रही थी। इधर महिला कैदी के दामाद अभय कुमार ने कहा कि वह कल 3 बजे से ही सदर अस्पताल में है लेकिन सदर अस्पताल में इलाज की समुचित व्यवस्था नहीं है।

दामाद ने कहा कि प्राइवेट अस्पताल ले जाने की अनुमति जेल प्रशासन ने नहीं दिया। इस संबंध में जेल अधीक्षक मनोज कुमार ने कहा कि बिंदु देवी का इलाज कल से चल रहा था। तबीयत खराब होने के बाद उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया। अच्छे से इलाज के लिए जेल के चिकित्सक टीम को भेजा गया था। प्राइवेट अस्पताल या किसी अन्य अस्पताल में इलाज के लिए अस्पताल के संबंधित अधिकारी जब तक नहीं बताएंगे, तब तक आगे कोई करवाई नहीं किया जा सकता है।

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