गुरुवार को पटना के बिहटा में सोन नदी से अवैध तरीके से बालू निकालने को लेकर बालू माफियाओं में सैकड़ों राउंड फायरिंग हुई है. इस गोलीबारी में अब तक 5 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 9 लोग घायल हो गए हैं. वहीं मनेर पुलिस ने इस मामले में 4 लोगों की मौत की पुष्टि की है. बताया जा रहा है कि बालू माफिया के 2 गुट बालू पर वर्चस्व को लेकर आपस में भिड़ गए. बात इतनी बढ़ गई की दोनों तरफ से फायरिंग शुरू हो गई. सभी शवों को बालू माफिया गायब करना चाहते थे.

सैकड़ों राउंड विदेशी और देसी हथियारों से फायरिंग
फायरिंग की ये घटना सुबह करीब 10 बजे के आसपास हुई है. दोनों पक्षों के बीच सैकड़ों राउंड विदेशी और देसी हथियारों से फायरिंग की गई. पूरी घटना पटना और भोजपुर जिले की बॉर्डर बीच बिहटा थाना क्षेत्र के अमनाबाद गांव में हुई है. घटना के पूरे इलाके में तनावपूर्ण माहौल है. पुलिस ने पूरे इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया है. पुलिस ने पूरे मामले में छानबीन शुरू कर दी है. बता दें कि सोन नदी के सुनहरे बालू के अवैध खेल में दर्जनों गैंग सक्रिय हैं, जो पुलिस प्रशासन को लगातार चुनौती देते रहे हैं. इन सक्रिय गैंग को सफेदपोश का भी संरक्षण प्राप्त है. प्रशासन के लाख कार्रवाई के बावजूद भी ये खूनी खेल थमने का नाम नहीं ले रहा है.

दफन करना चाहते थे शव गोलीबारी को इस घटना में भोजपुर जिले के चांदी थाना क्षेत्र के रामपुर प्रतापपुर गांव के अभय कुमार सिंह के बेटे विमलेश कुमार की मौत हो गई है. विमलेश के परिजनों ने विदू करता है. उसके पास फोन आया कि उसकी बेटी हुई है. इसके बाद वो अपने घर वापस आ रहा था. इसी बीच कुछ हथियारबंद लोगों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. जिसमें विमलेश को पीछे से गोली लग गई. विमलेश के पिता ने बताया कि विमलेश को जब तक हम कोईलवर पीएचसी लेकर आए तब तक उसकी मौत हो चुकी थी. गोली मारने के बाद हथियारबंद लोग विमलेश को नाव पर लाद कर ले जाने की कोशिश कर रहे थे. लेकिन हम लोगों जैसे तैसे विमलेश को वहां से लेकर भागे . गोलीबारी की इस घटना में कई लोगों ने बालू के ढेर में छिपकर जान बचाई.

Input :- Zee News