मुखिया फेम रितु जायसवाल और उनके पति अरुण कुमार विवादों में आ गए हैं। उन पर सोनबरसा के BDO ने मारपीट, 2,000 रुपए छीनने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का आरोप लगाया है। साथ ही जायसवाल दंपती सहित 10 अन्य लोगों पर गैर जमानती धाराओं में केस दर्ज कराया है।

FIR के बाद रितु जायसवाल ने BDO के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर पूरी घटनाक्रम को सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा है, ‘अब जनता खुद इस मामले में न्याय करेगी।’

बता दें, 8 दिसंबर को सिंहवाहिनी पंचायत में वोटिंग होनी है। इस बार RJD नेता रितु जायसवाल सिंहवाहिनी पंचायत से मुखिया का चुनाव नहीं लड़ रही हैं। उनके पति अरुण कुमार चुनावी मैदान में हैं। सिंहवानी पंचायत सीतामढ़ी जिले के सोनबरसा प्रखंड में है।

बताया जा रहा है कि इससे पहले अरुण कुमार ने सोनबरसा के BDO ओम प्रकाश यादव के खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की थी। उन्होंने कहा था, ‘यह पंचायत चुनाव को प्रभावित करेंगे, इसलिए इनको यहां से हटाया जाए।’

मोबाइल से वीडियो बनाते हुए मुस्कराते हुए दिख रहे BDO

रितु जायसवाल राष्ट्रीय जनता दल की राज्य स्तर की प्रवक्ता हैं और विधानसभा चुनाव भी लड़ चुकी हैं, 1569 वोट से वह हार गई थीं। रितु ने सोशल मीडिया पर BDO (प्रखंड विकास पदाधिकारी) का वीडियो पोस्ट किया है, जिसमें वे मोबाइल से मुस्कुराते हुए भीड़ का वीडियो बना रहे हैं और लोग उनकी कार को आगे बढ़ाने के लिए रास्ता दे रहे हैं। वीडियो में रितु बोलती हुई दिख रही हैं, ‘जान-बूझ कर सीन क्रिएट कर रहे हैं…आप जाइए BDO साहब..आपको कोई नहीं रोक रहा है… BDO साहब साजिश के तहत यहां आए हैं….ये झूठा केस करेंगे….. जनता सब देख रही है।’

उन्होंने आगे लिखा है, ‘यह वीडियो देखिए और आप ही तय कीजिए कि कहां इस व्यक्ति को मारा पीटा गया है और कहां रुपए छीने गए हैं? इनके चेहरे की कुटिलता से भरी हंसी देखिए। सत्य और न्याय के रास्ते पर हमेशा चलते रहने की वजह से इन अधिकारियों और नेताओं की आंखों की किरकिरी बनी रहती हूं।’

दर्ज प्राथमिकी में BDO ने लगाए ये गंभीर आरोप
BDO ने प्राथमिकी में कहा है, ‘सोनबररसा में प्रखंड विकास पदाधिकारी के पद पर पदस्थापित हूं और वर्तमान में बिहार सरकार चुनाव 2021 में निर्वाची पदाधिकारी सोनबरसा का दायित्व सौंपा गया है। इस दायित्व का निर्वाह करते हुए 2 दिसंबर को वाहन चेकिंग कर रहा था, तभी मुखिया पद के प्रत्याशी अरुण कुमार चौधरी ने सरकारी कार्य में बाधा उत्पन्न की। मेरा मोबाइल छीन लिया और कुछ ही देर में अपनी पत्नी रितु जायसवाल और 100-150 समर्थकों के साथ घेर लिया।’ प्राथमिकी में बीडीओ ने 10 अन्य लोगों का नाम भी दिया है। आरोप लगाया है कि अरुण कुमार चौधरी ने पॉकेट से दो हजार रुपए निकाल लिए और गालीगलौज की। समर्थकों ने हाथापाई भी की।

6 साल से एक ही जगह क्यों पदस्थापित हैं BDO साहब?
वहीं, रितु जायसवाल ने इस मामले को लेकर सोशल मीडिया पर लिखा भी है। भास्कर से रितु ने कहा है, ‘मेरे पति को चुनाव हराने में BDO ओम प्रकाश यादव लग गए हैं। उनके खिलाफ चुनाव आयोग में शिकायत की गई, बावजूद नहीं हटाया गया है। सत्ताधारी लोगों और जिला प्रशासन की पूरी रणनीति है किसी न किसी तरह अरुण कुमार को चुनाव जीतने नहीं दो और वोटिंग से पहले गिरफ्तार कर लो। BDO पर पहले भी गरीबों का राशन हड़पने का आरोप लग चुका है। इस BDO में ऐसी कौन सी काबिलियत है कि छह साल से एक ही जगह पदस्थापित हैं?’

Input : Bhaskar.