बिहार कैडर के आइपीएस अफसरों ने गृह राज्य के अलावा सबसे अधिक दिल्ली-एनसीआर इलाके में अचल संपत्ति खरीदी है। गृह विभाग ने आइपीएस अफसरों की अचल संपत्ति का ऑनलाइन ब्योरा जारी किया है, जिसमें यह जानकारी दी गई है।

बिहार कैडर के 208 आइपीएस अफसरों ने अपनी संपत्ति का ऑनलाइन ब्योरा दिया है, इसमें डीजीपी से लेकर एसपी रैंक तक के अधिकारी शामिल हैं। करीब एक दर्जन आइपीएस अफसरों ने अभी तक अचल संपत्ति का ब्योरा नहीं दिया है। बिहार के डीजीपी राजविंदर सिंह भट्टी के पास चंडीगढ़ में 1.80 करोड़ का फार्म हाउस और चंडीगढ़ में 1.86 करोड़ का आवासीय मकान है।

बेटे के शिक्षा ऋण के लिए उन्होंने अपने मकान को गिरवी रखा है। एडीजी सह बिहार पुलिस अकादमी के निदेशक बी श्रीनिवासन के पास कोई भी जमीन या मकान नहीं है। इसी तरह डीजी अरविंद पांडेय के पास सिर्फ मिर्जापुर में 12 लाख का घर है।

डीजी विनय कुमार के पास फुलवारीशरीफ के अनिसाबाद पुलिस कालोनी में दो हजार वर्गफीट जमीन और बिहटा में 10 लाख की कृषि भूमि है। नोएडा में 44 लाख का फ्लैट है।निगरानी के डीजी आलोक राज के पास सिर्फ पुश्तैनी संपत्ति है। उनके पास मुजफ्फरपुर के सरैया में तीन जगह 146 डिसीमल जमीन पुश्तैनी जमीन है।

सभी संपत्ति में भाई और बहनों की हिस्सेदारी है। कंकड़बाग में भाइयों के साथ हिस्सेदारी में तीन करोड़ का आवासीय मकान है।
आर्थिक अपराध इकाई के एडीजी नैयर हसनैन खान ने पिछले साल दो एकड़ कृषि भूमि बेच दी है। लखनऊ में 75 लाख रुपये का कर्ज लेकर मकान बनाया है।

लखनऊ में 20 लाख के कर्ज पर फ्लैट लिया है, जबकि नोएडा में 40 लाख का कर्ज लेकर थ्री-बीएचके फ्लैट लिया है। इसके अलावा पटना सिटी में 855 वर्गफीट व्यावसायिक भूमि पिता से उपहार में मिली है। फायरब्रिगेड एवं होमागार्ड की डीजी शोभा ओहटकर के पास पटना के आशियानगर में पिता से उपहार में मिला 25 लाख का फ्लैट है।

इसके अलावा पुणे में 2000 वर्गफीट में बना पौने दो करोड़ का घर है। केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर गए डीजी शीलवर्द्धन सिंह के पास इलाहाबाद में पुश्तैनी मकान है। उनके पास नई दिल्ली के द्वारका और नोएडा में दो करोड़ रुपये से अधिक कीमत के फ्लैट हैं।

डीजी एके अंबेडकर के पास भोपाल में पत्नी के नाम पर 10 लाख रुपये का फ्लैट और पटना के आशियानानगर में 32 लाख का फ्लैट है। रांची के नामकुम में साढ़े तीन लाख मूल्य की कृषि भूमि है।एसटीएफ के एडीजी सुशील खोपड़े के पास मुंबई के बांद्रा में फोर-बीएचके और वन-बीएचके फ्लैट है।

वहीं, पुणे में टू बीएचके और वन बीएचके का फ्लैट है। इसके अलावा पटना के बोरिंग कैनाल रोड में कर्ज पर थ्री बीएचके का फ्लैट है। एडीजी मुख्यालय जीएस गंगवार के पास लखनऊ में पिता से उपहार में मिला भू-खंड है। हरियाणा के गुड़गांव और फरीदाबाद में आवासीय फ्लैट और पंजाब के लुधियाना में 400 यार्ड जमीन है।

उनके पास फुलवारीशरीफ के भुसौला में 3500 वर्गफीट जमीन भी है। एडीजी कुंदन कृष्णन के पास नालंदा के बिहारशरीफ में सात एकड़ जमीन, नालंदा के दरियापुर में पांच एकड़ और बिंद में आधा एकड़ में पुश्तैनी जमीन है। इसके अलावा पटना के लंगरटोली में दो कट्ठा का आवासीय मकान और राजेंद्रनगर में छह कट्ठा का पुश्तैनी आवासीय मकान है।

इसके अलावा गुरुग्राम में एक करोड़ 17 लाख रुपये का फ्लैट, नालंदा में 3.8 एकड़ कृषि भूमि और पटना सिटी में 65 लाख रुपये की जमीन है। सीआइडी के एडीजी जितेंद्र कुमार के पास उत्तराखंड के रुड़की में 285 यार्ड का भूखंड एवं नोएडा के सेक्टर 121 में करीब एक करोड़ रुपये का फ्लैट है।

एडीजी विधि-व्यवस्था संजय सिंह के पास पटना के नागेश्वर कालोनी में आवासीय फ्लैट और यूपी के नोएडा में निर्माणाधीन फ्लैट है। एडीजी सुनील झा के पास पटना के पटेल नगर में दो कट्ठा तीन धुर पर एक करोड़ रुपये की आवासीय संपत्ति है।

आवास निर्माण पर कर्ज लेकर 37 लाख 90 हजार रुपये खर्च किए गए हैं। एडीजी निर्मल कुमार आजाद के पास पूर्णिया के बनमनखी में तीन कट्ठे और 11 कट्ठे का पुश्तैनी मकान है।बिहार कैडर के कई आइपीएस ऐसे भी हैं, जिनके पास सिर्फ उनके गृह राज्य में संपत्ति है।

एटीएस के एडीजी रवींद्रण शंकरण के पास तमिलनाडु के कोयंबटूर में एक करोड़ का मकान है। एडीजी बच्चू सिंह मीणा के पास राजस्थान के दौसा में 24 बीघा पुश्तैनी जमीन, जयपुर में 350 वर्गफीट व 250 वर्गफीट पर मकान और दौसा में 800 वर्ग फीट और 4.5 बीघा जमीन है।

आइजी अमित लोढ़ा के पास राजस्थान के जयपुर में तीन आवासीय एवं कृषि भूमि जबकि उदयपुर में एक कृषि भूमि है। पटना के एसएसपी मानवजीत सिंह ढिल्लो के पास सिर्फ पंजाब के मोहाली में आवासीय फ्लैट है, उसमें भी आइपीएस पत्नी हरप्रीत कौर की हिस्सेदारी है। इसके लिए 30 लाख का कर्ज भी लिया है।

INPUT : JAGRAN