कहते हैं प्यार अंधा होता है। वह न तो जाति देखता है और न ही धर्म। इसी कड़ी में तमाम बंधन और सामाजिक परंपराओं को तोड़ते हुए एक सरकारी बस ड्राइवर ने कंडक्टर की बेटी को अपना हमसफर बना लिया। उसने थाना परिसर के शिव मंदिर में सात फेरे लिए और मांग में सिंदूर भरकर समाज में एक मिसाल पेश कर दिया। यह शादी इलाके में चर्चा का विषय बन गया है।

शादी का वीडियो वायरल
सोशल मीडिया पर इस अनोखी शादी का वीडियो भी खूब वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक अभिषेक कटरा के सैदपुर का रहने वाला है, सरकारी बस का ड्राइवरी करता है। मां के नहीं रहने पर कंडक्टर के यहां आना जाना लगा रहता था। वहीं इलाज के दौरान कंडक्टर की बेटी आराधना से नैना चार हो गया।। दोनों की दूरी नजदीकियां में बदल गई। फिर क्या था एक दिन दोनों ने शादी करने और एक साथ जीवन व्यतीत करने का निर्णय ले लिया और घर छोड़कर दोनों फरार हो गए।

कंडक्टर की बेटी से शादी
प्रेमिका के पिता काफी चिंतित हो गए और काफी खोजबीन के बाद मामले की शिकायत कटरा थाने की पुलिस से की। थाना अध्यक्ष अभिषेक कुमार ने मोबाइल लोकेशन के जरिए लड़की के साथ युवक को बरामद कर लिया। दोनों को थानाध्यक्ष ने समझाया, बालिग होने की वजह से दोनों के परिजन शादी के लिए राजी हो गए। बाजार से चुनरी और सिंदूर मंगवाई गई। थाना कैम्पस में ही दोनों ने एक दूसरे को वरमाला डाला और मांग में सिंदूर भरा। थाना परिसर के शिव मंदिर को साक्षी मानकर दोनों ने शादी कर ली और एक दूसरे का हाथ थाम कर निकल गए।

मंदिर परिसर में शादी
अभिषेक की मां बताती है हमारा लड़का का सरकारी बस का ड्राइवर था। उस दौरान कंडक्टर के यहां खाना पीना किया करता था, उसी दौरान दोनों के बीच प्रेम प्रसंग हो गया और जिसके बाद दोनों घर से भाग गए और किसी मंदिर में जाकर शादी भी कर लिए।। लड़की के पिता ने अपहरण करने का आरोप लगाया था। लेकिन लड़की ने अपहरण की बात को साफ इंकार कर दिया और कहा कि हम अपनी मर्जी से भागे हैं। वहीं अभिषेक ने कहा कि अपने माता-पिता को बिना बताए भाग गए थे। हम दोनों काफी खुश है। थानाध्यक्ष कुमार अभिषेक का कहना है कि परिजनों की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं की गई थी। उम्र सत्यापन के बाद दोनों के परिजनों को समझा कर ये शादी होने दी गई।