बिहार की राजधानी पटना में मेट्रो (Patna Metro Project) का काम रफ्तार पकड़ने लगा है. कंकड़बाग स्थित मलाही पकड़ी से न्यू आईएसबीटी (ISBT) रूट तक प्रायरिटी कॉरिडोर का काम तो पहले से ही चल रहा था लेकिन अब अशोक राजपथ पर भी मेट्रो का काम शुरू हो चुका है. कोरिडोर- 2 के तहत गांधी मैदान और पटना विश्वविद्यालय (Patna University) के नजदीक अशोक राजपथ पर पटना मेट्रो के लिए घेराबंदी का काम चल रहा है. इन जगहों पर पहले मिट्टी की जांच की जाएगी और फिर डिजिटल सर्वे का काम शुरू होगा. इसके बाद जल्दी स्टेशन के लिए पीलर की नींव रखी जाएगी.

गौरतलब है कि आईएसबीटी के पास डिपो का निर्माण किया जाना है जिस पर भी काम भी चल रहा है. कोरिडोर दो पटना स्टेशन से न्यू आईएसबीटी तक है जिसमें तकरीबन एक दर्जन स्टेशन होंगे. इसमें पटना स्टेशन से फ्रेजर रोड, गांधी मैदान, पीएमसीएच होते हुए राजेंद्र नगर तक सात भूमिगत स्टेशन का निर्माण किया जाना है, जबकि मलाही पकड़ी से लेकर न्यू आईएसबीटी तक पांच एलिवेटेड स्टेशन बनाए जाने हैं. प्रायोरिटी कॉरीडोर के अंतर्गत एलिवेटेड स्टेशनों का काम 2030 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.

जायका से वित्तीय सहायता मिलते ही तकरीबन एक दर्जन महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट के टेंडर की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी. इसमें भूमिगत मेट्रो का काम सबसे महत्वपूर्ण है. इसके पहले पिछले साल नवंबर में भी जायका के जापान मुख्यालय की तरफ से पटना मेट्रो का सर्वे करवाया जा चुका है.

पटना मेट्रो की प्रगति रिपोर्ट के अनुसार पटना मेट्रो के निर्माण कार्य के लिए 72.56 प्रतिशत जमीन उपलब्ध है. मेट्रो परियोजना के सिविल वर्क का कुल खर्च 4695.49 करोड़ है. इसमें भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) और पथ निर्माण विभाग की जमीन पर ही 3407 करोड़ से अधिक का काम होना है.