कोरोना जैसी महामारी को लेकर आपकी लापरवाही अब भारी पड़ सकती है। अगर आपने लापरवाही बरती तो आप संक्रमण की चपेट में आ सकते हैं। बिहार में कोरोना संक्रमण थमने का नाम नहीं ले रहा है। मंगलवार राज्य के अलग–अलग जिलों में 141 दिन बाद कोरोना के 211 मरीज जबकि पटना में 148 दिन बाद कोरोना 124 नए मरीज मिले हैं। इससे पहले 7 फरवरी को राज्य में कोरोना के 235 और 1 फरवरी को पटना में कोरोना के 109 मरीज मिले थे। इस साल पहली बार इतनी बड़ी संख्या में एक दिन के अंदर मरीजों की पहचान हुई है।

इसके साथ ही राज्य में एक्टिव मरीजों की संख्या 885 तो पटना में एक्टिव मरीजों की संख्या 534 हो गई है। राज्य की पॉजिटिविटी रेट 0.106 फीसदी तो पटना की पॉजिटिविटी रेट 1.38 फीसदी हो गई है। राज्य में 24 घंटे दौरान 98 मरीज स्वस्थ हुए हैं। राज्य में कुल 131812 सैंपल की जांच हुई है। राज्य की रिकवरी रेट 98.421 फीसदी है। पटना के आईजीआईएमएस में सर्जरी विभाग के चार, नेत्र विभाग के एक, पीएसएम विभाग के एक डॉक्टर संक्रमित हुए हैं। एनएमसीएच के एक डॉक्टर और दो स्टाफ संक्रमित हुए हैं। राजधानी पटना में 21 जून के बाद तेजी के साथ संक्रमण के मामले बढ़े हैं।

कोरोना जांच अभियान के तहत मंगलवार को पटना में सर्वाधिक 124 सहित राज्य में 211 नये कोरोना संक्रमित मरीजों की पहचान की गयी। वहीं दो लोगों ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मुजफ्फरपुर में 13, रोहतास में 11, भागलपुर में 10, बांका में 8, मुंगेर में 6, मधुबनी में 5 व दूसरे राज्यों से आए 9 व्यक्तियों को कोरोना संक्रमित पाया गया, जबकि अरवल, गया, कैमूर, कटिहार, नालंदा, पूर्णिया, समस्तीपुर, सारण, शिवहर, सीवान, सुपौल में 1-1, पूर्वी चंपारण, जहानाबाद, किशनगंज में 2-2, सहरसा में 3 नये कोरोना संक्रमितों की पहचान की गयी। पिछले 24 घंटे में राज्य में 1 लाख 31 हजार 994 सैंपल की कोरोना जांच की गयी।