सीतामढ़ी जिले में एक तरफ जहां लोग बाघ से दहशत दहशत के साए में जी रहे है। वही दूसरी तरफ रीगा और बथनाहा प्रखंड के गांवों में बाघ के पगमार्क का दायरा लगातार बढ़ता जा रहा है। रीगा के दो व बथनाहा के आधा दर्जन से अधिक गांव में बाघ के पगमार्क मिले हैं।

रविवार को भी बथनाहा प्रखंड के दोस्तपुर, खैरवी, कोरिगामा टोला, हैदरा मील आदि जगहों पर बाघ के पगमार्क मिले। जिसका वन विभाग की टीम ने माप लिया। बाघ मिलने की सूचना के पांच दिन बाद तक टीम उसके पगमार्ग के आधार पर ट्रैक करने की कोशिश कर रही है।

हालांकि अबतक न तो बाघ को किसी ने देखा है और न ही बाघ ने कोई शिकार किया है।सीतामढ़ी के अलावा पटना, मुजफ्फरपुर व वीटीआर की टीम लगातार बाघ के रेस्क्यू में जुटी हुई है। रविवार को डीएफओ नरेश प्रसाद एवं वन उप परिसर पदाधिकारी सुभाष कुमार के नेतृत्व में वन विभाग की रेस्क्यू टीम बथनाहा प्रखंड के कमलदह, कोरिगामा टोला, हैदरा मील, खैरवी, दोस्तपुर एवं रीगा थाना क्षेत्र के रामनगरा, बलुआ के समीप लखनदेई नदी के किनारे की खाक छानते रहे।

लेकिन रेस्क्यू टीम को अब तक बाघ को ढूंढ़ने में सफलता नहीं मिली है। बतादे कि रीगा थाना क्षेत्र के रमनगरा गांव के सरेह में काम के दौरान गुरुवार की शाम दो महिलाओं पर बाघ ने हमला किया था।जख्मी सुनीता देवी व कुमकुम देवी का इलाज एसकेएचसीएच में जारी है।

पगचिह्न के आधार पर बाघ रीगा के रमनगरा में महिलाओं पर हमला करने के बाद कमलदह गांव के सरेह में प्रवेश कर गया। जहां से रामप्रवेश सिंह कुशवाहा के गेहूं के खेत में पगमार्क मिले हैं। जिस पगमार्क को सीतामढ़ी डीएफओ ने पहचान कर बाघ होने की पुष्टि की।

वीटीआर से वेटनरी डॉक्टर संजीव रंजन के नेतृत्व में टाइगर ट्रैकरों की टीम आयी हुई है। इलाके में साम होते ही सन्नाटा पसर जाता है। लोग घरों में चले जाते है। बाघ का डर सभी के अंदर है। लोगों ने बताया कि जबतक विभाग इसकी पुष्टि नहीं कर देता है कि बाघ वापस लौट गया है, तबतक हमलोग सतर्क हैं।

वहीं डीएफओ ने बताया कि शाम होने के बाद संभावित गांवों में माइकिंग करायी जा रही है। जिससे की लोग सचेत रहे। बाघ के पगमार्क कई नए इलाकों में मिले हैं। लेकिन वह एक-दो दिन पुराने हैं। ताजा पगमार्क नहीं है। वहीं बाघ के लौटने के रास्ते को ढूंढ़ा जा रहा है। ताकि स्पष्ट हो सके कि बाघ वापस जंगल की ओर चला गया है। टीम लगातार पगमार्कों के माध्यम से बाघ को ट्रैक करने का प्रयास कररही है।