बिहार सरकार में भाजपा कोटे से मंत्री बनाये गये जीवेश मिश्रा गुरुवार को विधानसभा के अंदर पटना प्रशासन पर जमकर बरसे. उन्होंने आरोप लगाया कि उनकी गाड़ी रोककर पटना एसएसपी और डीएम के गाड़ी को आगे किया गया. वहीं जब मामला गरमाया तो देर रात पटना एसएसपी और डीएम मंत्री के आवास पर पहुंच गये जिसके बाद मंत्री ने आज शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि उन्होंने माफ कर दिया है.

मंत्री ने दोषी अधिकारियों के निलंबन की मांग की और जिद पर अड़े रहे. गुरुवार को पूरे दिन यह मामला गरमाया रहा तो रात में पटना के एसएसपी और डीएम मंत्री जिवेश मिश्रा के आवास पर पहुंच गये. इसकी भनक किसीा तरह कुछ मीडियाकर्मियों को भी लग गई तो मौके पर पहुंच गये. मंत्री आवास के बाहर नेम प्लेट ढकी हुई गाड़ी को देखकर पूछताछ शुरू कर दी गई. लेकिन मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी जो अन्य गाड़ियों में सवार थे, उन्होंने मंत्री आवास के अंदर एसएसपी और डीएम के होने की बात से इंकार कर दिया

मंत्री आवास के बाहर खड़े पुलिसकर्मियों ने बताया कि वो सचिवालय थाना से हैं और पेट्रोलिंग कर रहे हैं. लेकिन आज शुक्रवार को विधानसभा में शीतकालीन सत्र के अंतिम दिन मंत्री जीवेश मिश्रा ने साफ कर दिया कि पटना के एसएसपी और डीएम उनके पास मिलने आवास में रात को आए थे. बताया कि विधानसभा में हुए वाक्ये के लिए दोनों ने माफी मांगी है और मामले की जांच की बात कही है. जीवेश मिश्रा ने कहा कि उन्होंने इस मामले में अब माफ कर दिया है.

गौरतलब है कि गुरुवार को बिहार विधानसभा में मंत्री जीवेश मिश्रा ने हंगामा किया. आरोप लगाया कि उनकी गाड़ी को अधिकारी ने रोक दिया और पटना के एसएसपी और डीएम की गाड़ी को परिसर में प्रवेश कराया. मंत्री के गुस्से की गूंज विधानसभा के बाहर ही नहीं बल्कि अंदर भी सुनाई दी. अपनी ही सरकार में प्रशासन के खिलाफ मंत्री की शिकायत को सोशल मीडिया पर भी जमकर वायरल किया गया. मंत्री ने अधिकारी के निलंबन की भी मांग की थी.