फिल्मकार विवेक अग्निहोत्री की यह फिल्म घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन और उनके साथ हुई ज्यादती एवं जुल्म पर आधारित है। यह फिल्म 11 मार्च को सिनेमाघरों में प्रदर्शित हुई। कहा जा रहा है कि इस फिल्म को 1990 के दशक की सच्ची घटनाओं एवं तथ्यों के आधार पर बनाया गया है। इस फिल्म को देखने के लिए बड़ी संख्या में लोग सिनेमाघरों में पहुंच रहे हैं।

शनिवार को पीएम मोदी से मिले फिल्म के किरदार

इससे पहले शनिवार को निर्देशक विवेक अग्निहोत्री, उनकी पत्नी एवं अभिनेत्री पल्लवी जोशी और फिल्म के निर्माता अभिषेक अग्रवाल ने प्रधानमंत्री से मुलाकात की। अभिषेक ने बताया कि पीएम ने उनकी फिल्म की प्रशंसा की। फिल्म विश्लेषक तरण आदर्श ने इस मुलाकात की तस्वीर ट्विटर पर शेयर की। ‘द कश्मीर फाइल्स’ फिल्म में अनुपम खेर, दर्शन कुमार और मिथुन चक्रवर्ती ने भूमिका निभाई है।

फिल्म पर शुरू हुआ राजनीतिक विवाद

इस फिल्म पर राजनीतिक विवाद भी शूरू हो गया है। इस विवाद की शुरुआत केरल कांग्रेस के सिलसिलेवार ट्वीट से हुई। केरल कांग्रेस का दावा है कि साल 1990 से लेकर 2007 के बीच के 17 सालों में आतंकवादी हमलों में कश्मीरी पंडितों से ज्यादा मुसलमान मारे गए। केरल कांग्रेस ने यह भी कहा कि जिस समय घाटी से कश्मीरी पंडितों का पलायन शुरू हुआ उस समय जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल जगमोहन थे और वह ‘आरएसएस के व्यक्ति’ थे।

भाजपा ने कांग्रेस पर पलटवार किया

केरल कांग्रेस का यह भी कहना है कि उस समय केंद्र में वीपी सिंह की सरकार थी, जिसे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) का समर्थन मिला हुआ था। कांग्रेस के इन दावों पर भाजपा ने पलटवार किया। भाजपा ने कहा कि इस फिल्म से कांग्रेस का असली चेहरा सामने आ गया। सिंह ने कहा कि कांग्रेस पार्टी और व‍िपक्ष के टुकड़े-टुकड़े गैंग में छटपटाहट है, तुष्‍ट‍िकरण की राजनीत‍ि के चलते देश को बेचने, ग‍िरवी रखने की साज‍िश का पर्दा धीरे-धीरे खुल रहा है।