कॉमोडियन राजू श्रीवास्तव का आज( बुधवार) निधन हो गया. उन्होंने 58 साल की उम्र में दिल्ली के एम्स में अंतिम सांस ली. वह 40 से ज्यादा दिनों से एम्स में एडमिट थे. निधन के बाद राजू श्रीवास्तव की वर्चुअल अटॉप्सी हुई. इस अटॉप्सी में सीटी स्कैन और एक्स-रे करके जांच की जाती है.

बता दें कि एम्स एशिया का इकलौता सेंटर है, जहां मॉडर्न तरीके से बिना कट के अटॉप्सी की जाती है. कई मेडिको लीगल मामलों में अटॉप्सी की जाती है, लेकिन सर्जरी करनी पड़ती है. बता दें कि राजू श्रीवास्तव को जब एम्स में लाया गया तब वो बेहोश थे और इस 42 दिनों में उन्हें होश नहीं आया था, इसलिए अटॉप्सी की जा रही है.

एम्स के फॉरेंसिक मेडिसिन विभाग के प्रमुख डॉ सुधीर गुप्ता ने कहा, राजू श्रीवास्तव का पोस्टमार्टम वर्चुअल ऑटोप्सी नाम की नई तकनीक से किया गया है. इसके लिए किसी सर्जरी की आवश्यकता नहीं है. पूरी प्रक्रिया में 15 से 20 मिनट का समय लगा, जिसके बाद शव उनके परिवार को सौंप दिया गया. 

10 अगस्त को पड़ा था दिल का दौरा

राजू श्रीवास्तव को 10 अगस्त को दिल्ली के एक होटल में कसरत करते हुए दिल का दौरा पड़ा था.  इससे एक दिन पहले ही अपने आखिरी ट्वीट में उन्होंने एक वीडियो डाला और 13 से 15 अगस्त के बीच हर घर तिरंगा फहराने के प्रधानमंत्री के आह्वान का समर्थन किया. वह हास्य से परे आलोचनात्मक रुख भी रखते थे.

उन्होंने ओटीटी मंच के शो ‘मिर्जापुर’ की हिंसक और अश्लील विषयवस्तु को लेकर इसकी आलोचना की थी. उन्होंने 2021 में वेब सीरीज ‘तांडव’ पर कथित रूप से हिंदुओं की भावनाएं आहत करने के लिए निशाना साधा. राजू के पिता रमेश श्रीवास्तव भी हास्य कवि थे.

राजू श्रीवास्तव जब कानपुर से मुंबई कॅरियर बनाने पहुंचे थे, उन्हीं दिनों फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान अमिताभ बच्चन चोटिल हो गये थे. राजू के भाई दीपू श्रीवास्तव ने बताया, राजू भाई रोजाना वड़ा पाव खाते थे और अस्पताल के बाहर खड़े होकर बच्चनजी के लिए दुआ करते थे. राजू श्रीवास्तव के भाई के अनुसार वह मुंबई में फुटपाथ और पार्कों में सोये, झुग्गियों में रहे.

टी-सीरीज के मालिक गुलशन कुमार ने उन्हें एक बार एक कार्यक्रम में प्रस्तुति देते देखा और ‘हंसना मना है’ नाम के ऑडियो कैसेट शो करने की पेशकश की. यहां से राजू श्रीवास्तव के कॅरियर ने नया मोड़ ले लिया.

Input:- Zee News