Fruits Vegetables Prices : लगातार महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को फल-सब्जी के दामों में फौरी राहत मिली है। उपलब्धता बढ़ने से फल-सब्जी के दाम गिरे हैं।सर्दियों में आवक अधिक होने से फिलहाल राहत बरकरार रहने की उम्मीद है।

दून की मंडियों में फल-सब्जी के भाव पिछले दिनों की तुलना में गिरे हैं। जिससे निचले तबके ने राहत की सांस ली है। चारों ओर से महंगाई की मार झेल रहे आम आदमी को बीते दिनों फल-सब्जी के लिए भी मासिक बजट बढ़ाना पड़ रहा था।

फल-सब्जी के दाम बीते दो सप्ताह में करीब आधे तक पहुंचे

इन दिनों फल-सब्जी की पैदावार बढ़ गई है और दून की मंडियों में आवक में भी इजाफा हुआ है। जिससे इनके दाम घटे हैं। फिलहाल दून में दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, महाराष्ट्र और हरियाणा से फल-सब्जी की आवक है और स्थानीय कृषि उत्पाद भी पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध हैं। इस कारण फल-सब्जी के दाम बीते दो सप्ताह के अंतराल में करीब आधे तक पहुंच गए हैं।

दून में सब्जियों का बाजार भाव

सब्जी, दाम

आलू, 20-25
प्याज, 20-22
टमाटर, 20-25
गोभी, 10-12
बैंगन, 10-12
मटर, 20-25
फ्रांस बीन, 15-18
कद्दू, 08-10
गाजर, 10-12
मूली, 04-06
फल, दाम

सेब, 60-80
अमरूद, 15-25
केला, 20-25
चीकू, 25-30
पपीता, 20-40

खस्ताहाल सड़क से 24 गांवों में दोगुने हुए खाद्यान्न-सब्जियों के दाम

वहीं सीमांत जिले पिथौरागढ़ में गंगोलीहाट तहसील क्षेत्र की गंगोलीहाट-चंडिका-आंवलाघाट सड़क खस्ताहाल हो गई है। सड़क जगह-जगह टूटने के साथ ही डामर पूरी तरह उखड़ चुका है। खस्ताहाल सड़क पर बड़े वाहनों का संचालन ठप है। गंगोलीहाट-चंडिकाघाट-आंवलाघाट सड़कों से पोखरी, अग्रौन, चिटगल, बोयल, चौली सहित 24 से अधिक गांव जुड़े हुए हैं।

गंगोलीहाट आवागमन के लिए क्षेत्रवासियों के पास दूसरा विकल्प नहीं है। दो वर्ष पूर्व हुई भीषण वर्षा से सड़क क्षतिग्रस्त हो गई थी। इसके बावजूद बड़े ट्रक, बस आदि संचालित हो रही थी। पिछले मानसून काल में सड़क को खासा नुकसान हुआ। सड़क जगह-जगह टूटने के साथ ही डामर भी उखड़ चुका है। सड़क की दयनीय हालत के चलते बड़े ट्रक, कैंटर आदि क्षेत्र में आवागमन नहीं कर पा रहे हैं।

क्षेत्र में 12 से अधिक सस्ता गल्ला की दुकानें हैं, जिनसे ग्रामीणों को राशन मिलता है, इसके अलावा निजी खाद्यान्न विक्रेता, सब्जी विक्रेता बड़े वाहनों से ही अपना सामान ढुलवाते थे, जिससे ढुलान पर खर्च कम आता था। अब विक्रेताओं को छोटे वाहनों से माल का ढुलान करना पड़ रहा है, जिससे लागत बढ़ रही है। क्षेत्र में खाद्यान्न और सब्जी के मूल्य दोगुने हो गए हैं, जिससे आम जनता परेशान है।

INPUT : JAGRAN