एनएच 104 के शिवहर-सीतामढ़ी पथ में अभी
कई पुल-पुलिया आधा-अधूरा पड़ा हुआ है। जिससे लोगों को आने-जाने
में तो परेशानी हो ही रही है। वहीं इस बार बरसात में फिर यहां के लोगों को आवागमन की समस्याओं से जूझना होगा। क्योकि इस पथ में अभी भी कई पुल-पुलिया निर्माणाधीन है तथा निर्माण कार्य पड़ा है।

इस पथ में बागमती नदी के दोनो तटबंध के बीच अभी तक निर्माण कार्य चल रहा है। अभी तक पुल-पुलिया का निर्माण तो अधूरा है ही सड़क निर्माण भी अधूरा है। जिससे लोगों को आने-जाने परेशानी होती है।
जिले में आम तौर पर जून माह के अंतिम सप्ताह तक बाढ़ का कहर शुरू हो जाता है। ऐसे में अभी तक पुल एवं सड़क का निर्माण नहीं होने से इसबार बरसात में लोगों को फिर परेशानी झेलनी पडेगी। बागमती तटबंध के बीच आधा दर्जन पुल अधूरा पड़ा है।

गौरतलब हो की अक्टूबर 2018 से लेकर 2020 तक करीब दो वर्षों तक शिवहर सीतामढ़ी पथ का निर्माण कार्य बंद रहा। काफी दिनों तक निर्माण कार्य को गति धीमी रहने एवं उसके बाद निर्माण कार्य बंद रहने पर पथ निर्माण विभाग द्वारा मंत्रालय को तत्कालीन संवेदक को हटाकर इस कार्य के लिए फ्रेस वीड करने की अनुशंसा की गई।
जिसके बाद विभाग द्वारा उप संवेदक का चयन किया गया और कार्य शुरू कराया गया। किसी भी क्षेत्र के विकास में यायातात की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। यातायात विकास की सिढ़ी होती है। इसके बिना किसी क्षेत्र का सम्पूर्ण विकास संभव नहीं है। इसकेबावजूद जिले में यातायात व्यवस्था की दयनीय स्थिति बनी हुई है। मार्ग से आवागमन करने वाले लोग परेशान है।