राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव खुद को सुर्खियों में बनाए रखते हैं। कभी बयानों को लेकर तो कभी अपनी कार्यशैली के कारण उनकी चर्चा होती ही रहती है। पत्रकारों का स्टिंग करने के बाद अब तेज प्रताप ने नौ पत्रकारों के खिलाफ मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा है।

इस नोटिस को खुद तेज प्रताप ने ट्वीट करते हुए लिखा कि पत्रकारों को मैंने मानहानि का कानूनी नोटिस भेजा। तेज प्रताप की तरफ से सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता नवल किशोर झा ने यह नोटिस तैयार किया है। इस नोटिस में नौ लोगों का नाम है। इन नौ लोगों को अलग अलग चैनलों और वेबसाइटों का पत्रकार बताया गया है।

दो दिन पहले पत्रकार का स्टिंग करने का दावा करते हुए तेज प्रताप ने यूट्यूब पर वीडियो जारी किया था। पत्रकार पर खुद को बदनाम करने की साजिश का आरोप लगाया था। यह भी कहा था कि पूर्व सीएम और ‘हम’ के नेता जीतन राम मांझी के आवास पर उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है।

क्या है स्टिंग में
यूट्यूब पर जारी एक वीडियो में तेज प्रताप ने अपना इंटरव्यू लेने आए एक कथित पत्रकार को एक्सपोज करने का दावा किया है। तेज प्रताप पहले उस कथित पत्रकार से अपने आवास में बात करते नजर आते हैं। पत्रकार को पहले कैमरा रखने के लिए कहते हैं और फिर बातचीत के लिए बुलाते हैं।

वीडियो में देखा जा सकता है कि इंटरव्यू लेने की बजाय कथित पत्रकार कैमरा बाहर रखने के बहाने वहां से भागता है। इस बीच तेजप्रताप अपने आवास से बाहर आकर उस कथित पत्रकार का पीछा करते हैं और इंटरव्यू लेने के लिए कहते हैं, लेकिन पत्रकार वहां से निकलकर अपनी कार से भाग जाता है। इसके बाद तेज प्रताप भी अपनी कार में सवार होकर उस कथित पत्रकार का पीछा करने लगते हैं।



तेजप्रताप अपनी गाड़ी में बैठ कर जब थोड़ी दूर आगे जाते हैं तो पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के आवास के सामने उस पत्रकार की गाड़ी लगी होती है। तेज प्रताप भी अपनी गाड़ी में बैठे बैठे वीडियो बनाते हैं और यह आरोप लगाते हैं कि जीतन राम मांझी के आवास से उनको बदनाम करने की साजिश रची जा रही है। तेज प्रताप ने आरोप लगाया है कि जीतन राम मांझी के घर से उनके खिलाफ साजिश रची जा रही है औऱ उसका प्रमाण यह वीडियो है।