बिहार में जातीय जनगणना (Caste Census) कराए जाने की मांग को लेकर गुरुवार को एक बार फिर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) और विपक्षी दल के नेताओं ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) से मुलाकात की. आज सभी दल के नेताओं ने मिलकर अपनी बातों को रखा. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से हुई बातचीत के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि चार दिनों के अंदर सर्वदलीय बैठक बुलाई जाएगी. नीतीश कुमार पहले भी कह चुके हैं कि राज्य सरकार (State Government) अपने खर्च से जातीय जनगणना कराएगी.

तेजस्वी यादव ने कहा कि बैठक में यह चर्चा होगी कि इसका क्या प्रारूप होगा. सभी विपक्षी दलों को मजबूती के साथ एकजुटता से सरकार पर दबाव बनाने के लिए तेजस्वी यादव ने धन्यवाद दिया. कहा कि निति आयोग की रिपोर्ट में 51 फीसद लोग जो गरीब हैं, वे कौन हैं? कोई गरीब ना रहे, सबको लाभ मिले इसके लिए जातीय जनगणना जरूरी है. किसी सरकार के पास डाटा नहीं है और जबतक सही डाटा नहीं होगा तब तक सही विकास नहीं होगा.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि जातीय जनगणना को जातीय भेदभाव की दृष्टि सें नहीं देखना चाहिए. इससे जो लोग समाज में पीछे छूट गए हैं उनको लाभ मिलेगा. हमने इस मामले को पहले भी उठाया था. नीतीश कुमार से कई बार बोल चुके हैं और विधानसभा से दो बार पारित हो गया है और ये तो होना ही है. आज हमलोगों ने इसलिए मुलाकात की ताकि ये जल्दी करा दिया जाए.

हम नीतीश कुमार के निर्णय के साथः बीजेपी

हरिभूषण ठाकुर बचौल ने कहा कि हमलोग राष्ट्रवादी हैं. जाति में विश्वास नहीं करते हैं. केंद्र सरकार जो निर्णय लेगी हम उसके साथ हैं. हमारी विचारधारा राष्ट्रवाद की है और सभी भारतीय एक हैं. प्रधानमंत्री जो करेंगे हमें मान्य होगा. जेडीयू अलग पार्टी है. बिहार के विकास के लिए जेडीयू जो सोच रखती है वैसा बीजेपी नहीं सोचती है. नीतीश कुमार हमारे नेता हैं और अगर वो निर्णय लेते हैं तो हमलोग पूरी मुस्तैदी के साथ उस निर्णय के साथ हैं.