बिहार में महागठबंधन की सरकार बनने के बाद से जहां जदयू के सुर भाजपा के लिए बदल गए हैं. वहीं अब भाजपा पर राजद के नेता तीका हमला कर रहे हैं. दरअसल बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार तमाम विपक्षी दलों के नेताओं से मिलकर उन्हें 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए एकजुट करने में लगे हैं. वहीं दूसरी तरफ भाजपा 2024 की लोकसभा चुनाव की तैयारी में भी जुट गई है. 

ऐसे में इस बार बिहार के उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने संघ और भाजपा पर जमकर हमला बोला है. तेजस्वी यादव ने संघ और भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि लोकसभा चुनाव 2024 में होना है और ऐसे में आने वाले दिनों में राजनीतिक लड़ाई ‘नागपुर और नालंदा के बीच’ होगी.  बता दें कि इस बयान के पीछे तेजस्वी यादव का उद्देश्य यह है कि नागपुर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) का मुख्यालय है और इनकी राजनीतिक विंग के तौर पर भाजपा को जाना जाता है. वहीं नालंदा को प्राचीन समय से ही वहां स्थित नालंदा विश्वविद्यालय या फिर कहें तो ज्ञान केंद्र के तौर पर जाना जाता रहा है. ऐसे में नालंदा में एक डेंटल कॉलेज एवं अस्पताल के उद्घाटन समारोह में यह तेजस्वी यादव ने यह टिप्पणी की. इस कार्यक्रम में मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी मौजूद थे.

तेजस्वी ने यहां मंच से कहा कि हमलोगों ने और हमारे मुख्यमंत्री ने बिहार के लिए विशेष राज्य के दर्जे की मांग लगातार की, हम इस मांग को दोहराते रहे हैं. फिर भी हमें कुछ नहीं मिला. उन्होंने आगे कहा कि बिहार से कुछ लोग नफरत करने लगते हैं. ऐसे में उन्होंने कहा कि नालंदा तो ज्ञान की भूमि रही है. यहां विश्व का पहला विश्वविद्यालय अस्तित्व में आया था ऐसे में यहां से मैं बता देना चाहता हूं कि आने वाले दिनों में राजनीतिक लड़ाई नालंदा और नागपुर के बीच होगी. उन्होंने संघर पर निशाना साधते हुए कहा कि सभी जानते हैं कि कैसे नागपुर वाले (राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ) वाले समाज में तनाव पैदा करने की कोशिश कर रहे हैं, एक समुदाय को दूसरे समुदाय से लड़वा रहे हैं. 

वहीं नीतीश कुमार ने भी पीएम मोदी पर बिना नाम लिए निशाना साधते हुए कहा कि नालंदा में एक आधुनिक विश्वविद्यालय स्थापित करने की मेरी इच्छा रही है लेकिन इस दिशा में परियोजना का आगे नहीं बढ़ने दिया गया. 

Input: – Zee News