अभी पिछले दिनों ही अमेरिका में आसमान के हरा होने की खबर आई थी. यह खबर काफी चर्चा का विषय बनी. इस बीच मंगलवार को ऑस्ट्रेलिया में, उत्तरी विक्टोरियन शहर मिल्डुरा के लोग उस समय दंग रह गए जब उन्होंने आसमान का रंग बदलकर गुलाबी होते देखा. आसमान का यह रंग देख लोग हैरान हो गए. उन्हें लगा कि यह एलियंस का हमला तो नहीं. कुछ ने साइंस फिक्शन फिल्म का अहसास दिलाया. देखते-देखते गुलाबी आसमान की तस्वीर सोशल मीडिया पर भी वायरल हो गई. हालांकि बाद में मामला कुछ और निकला.

फार्मास्युटिकल कंपनी ने खोला राज

आसमान के गुलाबी होने की घटना हर किसी के लिए रहस्य थी. हर कोई जानना चाहता था कि आखिर ये है क्या. देखते ही देखते सोशल मीडिया पर इसकी अलग-अलग तस्वीर आने लगी. लोग इसे लेकर तरह तरह की बात करने लगे. कुछ यूजर्स ने फेसबुक पर इसकी तुलना एलियंस के हमले से कर दी. मामला बढ़ता देख फार्मास्युटिकल कंपनी कैन ग्रुप सामने आई और मिल्डुरा-स्वान हिल में गुलाबी आसमान की वास्तविक बताई. जिसके बाद हर कोई राहत महसूस करने लगा.

कंपनी अपने प्रोडक्ट के लिए कर रही थी एक्सपेरिमेंट

कंपनी के सीईओ पीटर क्रॉक ने बुधवार को बताया कि कल रात आसमान के गुलाबी होने की घटना के पीछे कोई एलियंस या दूसरी ताकत नहीं है. आसमान के गुलाबी होने की वजह कैन ग्रुप द्वारा भांग के पौधे पर किया जा रहा एक्सपेरिमेंट था. उन्होंने कहा कि, जैसा कि आप जानते हैं, भांग के पौधों के विकास के लिए विभिन्न प्रकार के प्रकाश की आवश्यकता होती है. उदाहरण के लिए, लाल बत्ती का उपयोग अक्सर फूलों की अवस्था में पौधों को लंबा करने के लिए और नए पौधों को बड़ा करने के लिए किया जाता है.

इस वजह से कंफ्यूजन

उन्होंने बताया कि इसी क्रम में हम गुलाबी लाइट का प्रयोग कर रहे थे. गुलाबी लाइट उसके लिए शाम के बाद ही काम करती है, इसलिए उसे अंधेरा होने पर चालू किया गया. अचानक तभी लोगों की नजर इस पर पड़ी और उन्होंने इसका गलत मतलब निकाल लिया. उन्होंने कहा कि आमतौर पर तय समय में लाइटें बंद कर दी जाती हैं, लेकिन कल ऐसा नहीं हो पाया था.