स्वीडन (Sweden) ने सेक्स को एक खेल घोषित कर दिया है और पहली बार सेक्स प्रतियोगिता अगले सप्ताह की शुरुआत में होने वाली है. बहुप्रतीक्षित यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप (European Sex Championship) स्वीडिश सेक्स फेडरेशन के मार्गदर्शन में होने जा रहा है. यह 8 जून को आयोजित की जाएगी. इस प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतिभागियों को सेक्स सेशन में शामिल होना होगा जो रोजाना छह घंटे तक चलेगा.

एक एकल मैच कम से कम 40 से 45 मिनट तक चलेगा. प्रतिभागियों को विभिन्न श्रेणियों में प्रतिस्पर्धा करनी होगी, जिनमें फोरप्ले, ओरल सेक्स, पेनिट्रेशन, इरोजेनस ज़ोन का ज्ञान आदि शामिल है. जज और दर्शक एक कपल के बीच अच्छे संचार कौशल, उनके धीरज के स्तर, उनके द्वारा साझा की जाने वाली केमिस्ट्री और सेक्स के बारे में उनके ज्ञान जैसे कारकों पर विचार करेंगे. इसमें कुल 20 देशों के प्रतिभागियों ने हिस्सा लेने के लिए रजिस्ट्रेशन कराया है

प्रतिभागियों को कामसूत्र और इसके बारे में बताए गए सभी नियमों और यौन कलात्मकता से अच्छी तरह वाकिफ होना चाहिए. यदि ये प्रतिभागी अपने यौन क्रिया में कामसूत्र के नियमों को प्रदर्शित करने में सक्षम होते हैं जिन्हें उन्हें प्रदर्शित करना होगा तो उन्हें अधिक अंक मिलेंगे. बता दें कि कामसूत्र एक संस्कृत ग्रंथ है जो कामुकता और कामुकता जैसे विषयों पर प्रकाश डालता है. हर खेल में कौन विनर होगा इसका फैसला जज और ऑडियंस के वोट से तय होगा. इस दौरान 30 प्रतिशत वोट जजों का जबकि 70 प्रतिशत वोट दर्शकों का होगा.

यूरोपियन सेक्स चैंपियनशिप के लिए यह अनिवार्य है कि स्वीडिश सेक्स प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अपनी जानकारी और सेक्स के ज्ञान का प्रदर्शन करने में सक्षम हों. यह खबर आने के बाद सोशल मीडिया पर लोगों ने इस प्रतियोगिता के बारे में मिश्रित प्रतिक्रियाएं दी है. जबकि कुछ का मानना है कि यह वास्तव में समावेशिता का एक कार्य है. वहीं दूसरों का मानना है कि यह बहुत अधिक है और इससे बचा जा सकता था.