सीतामढ़ी जिले के परिहार प्रखंड क्षेत्र के धरहरवा गांव में शुक्रवार को नवाह यज्ञ में बज रहे लाउडस्पीकर को पुलिस द्वारा उतरवाने के बाद हुई दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प में भाजपा विधायकों ने पुलिस-प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाए हैं। परिहार और रीगा के विधायकों में डोर टू डोर लोगों से हालचाल पूछा।

गांव में रीगा विधायक मोतीलाल प्रसाद, परिहार की विधायक गायत्री देवी और पूर्व विधायक राम नरेश यादव ने भाजपा के अन्य नेताओं के साथ जाकर पीड़ितों का हालचाल जाना। अपने प्रतिनिधि को देखकर पब्लिक ने भी खुल कर उस रात की घटना के बारे में सब कुछ बताया।

परिहार की विधायक गायत्री देवी ने आरोप लगाया कि प्रशासन द्वारा लाउडस्पीकर को बंद करवाने के बाद विवाद उत्पन्न हुआ। पुलिस ने गांव में आधी रात को भीषण तांडव मचाते हुए वहां के 49 लोगों को मारते-पीटते गिरफ्तार किया। विधायक ने कहा कि पुलिस ने एक पक्षीय कार्रवाई की है और जिन लोगों के साथ पुलिस ने मारपीट की उनकी सूची बनाकर पटना भेजी गई है।

घटनास्थल पर गए बीजेपी विधायकों ने कहा कि वह चुप नहीं बैठेंगे। भाजपा पीड़ित लोगों के साथ है। सोमवार को ही विधानसभा में इस मामले को बीजेपी विधायकों द्वारा उठाया जाएगा। विधायक मोतीलाल प्रसाद ने भी इस मामले में पुलिस प्रशासन को आड़े हाथों लिया है। उन्होंने कहा कि जानवर की तरह पुलिस ने लोगों से व्यवहार किया है।

मोतीलाल प्रसाद ने आरोप लगाते हुए कहा कि गांव में लोग घरों में घुसकर पुलिस ने रात को 1 बजे तांडव मचाया है, जो भी सामने दिखे, सब की पिटाई की। बुजुर्ग महिलाएं एवं बच्चे को भी नहीं बख्शा गया। उन्होंने इस घटना को अनर्थ बताते हुए कहा कि हम लोग जंगलराज कहते रहते हैं, धरहरवा में इसका साक्षात प्रमाण देखने को मिल गया।

आपको बता दें कि शुक्रवार की दोपहर को धरहरवा गांव में लाउडस्पीकर उतारने के बाद दो समुदायों के बीच हिंसक झड़प हो गई थी। सूचना पर पहुंची पुलिस पर आक्रोशित लोगों ने हमला कर दिया जिसमें सदर एसडीपीओ के हाथ में चोट आई व अन्य दो पुलिसकर्मी घायल हुए थे। घटना में आधे दर्जन ग्रामीण भी घायल हुए हैं। पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 49 लोगों को गिरफ्तार किया है।

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