अग्निपथ स्कीम को लेकर पिछले चार दिनों से हो रहे उग्र प्रदर्शन को देखते हुए तीनों सेनाओं ने आज प्रेस को संबोधित करते हुए यह कहा कि यदि किसी भी अभ्यर्थी के खिलाफ हिंसा की प्राथमिकी दर्ज हुई तो वे अग्निवीर नहीं बन सकेंगे।

अग्निवीर स्कीम में शामिल होने के लिए यदि कोई अभ्यर्थी फॉर्म भरता है तो उसमें इस बात का जिक्र करना होगा कि इस योजना के विरोध में हुई हिंसा और तोड़फोड़ में वे शामिल नहीं थे। वही बिना पुलिस वेरिफिकेशन के कोई सेना में शामिल नहीं होगा।

लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने कहा कि दो साल से इस योजना पर काम चल रहा है। एक एक चीज को बारिकी से देख रहे हैं। युवाओं की समस्याओं को देखते हुए इस योजना में शामिल होने के लिए उम्र सीमा दो साल बढ़ाया। हम चाहते हैं कि आर्मी में युवा आएं।

उन्होंने कहा कि इस योजना का विरोध किया जा रहा है छात्रों को उकसाया जा रहा है लेकिन इस योजना की वापसी नहीं होगी। 25 हजार अग्निवीरों का पहला बैच दिसंबर में आर्मी जॉइन करेगा। लेफ्टिनेंट जनरल अनिल पुरी ने बताया कि अग्निपथ के विरोध में कोचिंग इंस्टीट्यूट चलाने वालों ने छात्रों को भड़काकर प्रदर्शन कराया है।



नौसेना की ओर से बताया गया है कि 21 नवंबर से पहला नौसैनिक अग्निवीर बैच ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट,ओडिशा में पहुंचना शुरू हो जाएगा। महिला और पुरुष दोनों अग्निवीरों को जाने की अनुमति होगी। वाइस एडमिरल दिनेश त्रिपाठी ने बताया कि हमने यह तय किया है कि अग्निपथ योजना के तहत महिलाओं की भी भर्ती होगी जिन्हें युद्धपोतों पर तैनात किया जाएगा।