तकरीबन डेढ़ महीने हुए जब नीतीश कुमार ने भाजपा का साथ छोड़ कर लालू यादव और कांग्रेस से दोस्ती कर ली थी. इस डेढ़ महीने में नीतीश कुमार पूरी तरह मीडिया फ्रेंडली बने हुए हैं. मीडिया वालों ने जब जहां रोका, नीतीश कुमार ने जमकर बात की. लेकिन आज जब नीतीश दिल्ली से लौटे तो उनके तेवर बदले हुए थे. पटना एयरपोर्ट के बाहर मीडिया की भीड़ जमा थी पर एयरपोर्ट से बाहर निकला नीतीश कुमार का काफिला उनके सामने से फुर्र से निकल गया. चर्चा ये है कि नीतीश कुमार मीडिया को जवाब देने की स्थिति में नहीं थे. पत्रकार उनसे यही सवाल पूछते कि सोनिया गांधी से क्या बात हुई जिसका जवाब बिहार के मुख्यमंत्री के पास नहीं था।

सोनिया गांधी ने नोटिस नहीं लिया

बता दें कि रविवार को दिल्ली में नीतीश कुमार राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के साथ सोनिया गांधी से मिलने गये थे. सोनिया गांधी से मुलाकात के बाद नीतीश और लालू ने बाहर आकर एक साथ हाथ उठाया. उसके बाद मीडिया से बात करते हुए कहा- ‘हमने सोनिया जी से बात की है. हमारा विचार है देश में विपक्षी दलों को एकजुट करना और मिलकर काम करना. उनके पार्टी अध्यक्ष का चुनाव है इसके बाद आगे की बात होगी.” सोनिया गांधी के आवास के बाहर लालू यादव और नीतीश कुमार जिस गर्मजोशी से हाथ उठा रहे थे उससे लग रहा था कि सोनिया गांधी से उनकी बड़ी अच्छी बातचीत हुई. लेकिन जो घटनाक्रम सामने आ रहा है उससे यही लग रहा है कि सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार का कोई नोटिस ही नहीं लिया।

गांधी परिवार के बेहद करीबी माने जाने वाले एक कांग्रेसी नेता ने बताया कि सोनिया गांधी नीतीश कुमार से मिलना तक नहीं चाह रही थीं. लेकिन जब लालू यादव ने खुद फोन कर टाइम मांगा तब सोनिया गांधी मिलने के लिए तैयार हुई. लेकिन ये पहले से ही साफ था कि मुलाकात की औपचारिकता ही निभायी जायेगी बाकी कोई बात नहीं होगी. इसलिए जब नीतीश कुमार और लालू यादव दिल्ली के 10 जनपथ स्थित सोनिया गांधी के आवास पर पहुंचे तो औपचारिक चाय-पानी के अलावा कोई और बात नहीं हुई।

नीतीश कुमार और सोनिया गांधी की मुलाकात के बाद सोनिया या कांग्रेस की ओर से इस बारे में एक शब्द नहीं बोला गया. अब तक नीतीश कुमार जिन नेताओं से मिले हैं उसकी तस्वीर भी सामने आयी थी. लेकिन सोनिया गांधी के साथ बैठक की कोई तस्वीर ना तो कांग्रेस और ना ही नीतीश कुमार या लालू यादव द्वारा जारी की गयी है. अपने घर आये सीनियर नेता को जाते वक्त गेट तक छोड़ने की औपचारिकता निभायी जाती है. लेकिन रविवार को सोनिया गांधी ने नीतीश कुमार के लिए ये औपचारिकता भी नहीं निभायी।

साख हो चुके हैं नीतीश !

कांग्रेस के एक नेता ने बताया कि इससे पहले जब नीतीश कुमार राहुल गांधी से भी मिले थे तो वह भी एक औपचारिक मुलाकात भर थी. राहुल गांधी ने भी नीतीश कुमार से कोई गंभीर बात नहीं की थी. उस समय सोनिया गांधी देश के बाहर थीं. तब नीतीश कुमार ने कहा था कि वे बाद में आकर सोनिया गांधी से खास तौर पर मुलाकात करेंगे. लेकिन गांधी परिवार नीतीश कुमार पर भरोसा नहीं कर रहा है. कांग्रेसी नेता के मुताबिक नीतीश कुमार ने जिस तरह से लगातार पाला बदला है उससे उनकी साख खत्म हो गयी है. विपक्षी एकता के नाम पर बिहार में कांग्रेस भले ही सरकार में शामिल हो गयी हो लेकिन गांधी परिवार नीतीश कुमार के साथ गहरी दोस्ती करने को तैयार नहीं है.