बिहार में पंचायत चुनाव के दौरान एक से एक किस्से देखने को मिल रहे हैं. कहीं एक ही परिवार में कई लोग खड़े हुए हैं तो कहीं मुर्दे को भी चुनाव में जीत मिल जा रही है. लेकिन गोपालगंज से आई ताजा खबर आपको हैरत में डाल देगी. दरअसल सास बहू के रिश्तो को अक्सर बेहद उलझा हुआ माना जाता है. लेकिन गोपालगंज में एक सास और बहू के बीच ऐसा रिश्ता रहा जिसके कारण अब जिले में हर तरफ से इसकी चर्चा हो रही है. दरअसल पंचायत चुनाव में बहु मुखिया पद के लिए उम्मीदवार बनी थी. चुनाव में उसकी हार हो गई. अपनी बहू की हार का सदमा सास बर्दाश्त नहीं कर पाई और उसकी मौत हो गई.

बताया जा रहा है कि सास बहू के बीच मां बेटी के जैसा रिश्ता था. यही वजह रही कि अपनी बहू की हार का सदमा कैलाशो देवी बर्दाश्त नहीं कर पाई. कैलाशो देवी के परिवार के सदस्य चार दफे कर्णपुरा पंचायत से मुखिया बने रहे. दो बार कैलाशो देवी के बेटे अवधेश प्रसाद मुखिया रहे जबकि उसके बाद महिला के लिए सीट आरक्षित होने पर माला देवी भी दो दफे मुखिया चुनाव में जीती. लेकिन इस बार बहू माला देवी की 19 वोटों से हार हो गई. कैलाशो देवी इसी सदमे में दुनिया छोड़ कर चल बसी.