पति-पत्नी का रिश्ता काफी प्रगाढ़ माना जाता है और घर की गृहस्थी भी दोनों के संतुलन, विश्वास और तालमेल से ही चलती है लेकिन इस पवित्र रिश्तों को जब किसी की नजर लग जाती है, या कोई बात बढ़ जाती है तो इंसान खौफनाक कदम उठाने, जानलेवा फैसला लेने से भी बाज नहीं आता है. ऐसा ही कुछ मामला बिहार से आया है जहां बंद कमरे में हुई अनबन के बाद ऐसा खौफनाक मंजर आया जिसे देख गांव का हर कोई सिहर गया. पति-पत्नी की दोनों एक ही कमरे में बेसुध गिरे थे और कमरे का खौफनाक मंजर पूरी कहानी बयां कर रहा था.


हत्या और आत्महत्या की ये घटना बिहार के जहानाबाद जिले की है. डेढ़ साल पहले ही जहानाबाद जिला के शकुराबाद थाना क्षेत्र के बंधुबीघा गांव के अजीत कुमार उर्फ भोला की शादी परस बीघा थाना के योगा बीघा गांव की रहने वाली संगीता से हुई थी. दोनों का रिश्ता बेहद खुशगवार गुजर रहा था लेकिन पिछले पांच-सात दिनों से पति-पत्नी के रिश्तों के बीच ऐसा कलह समाया कि रिश्तों की डोर कमजोर पड़ने लगी. प्यार की जगह बंद कमरे में लड़ाई -झगड़े होने लगे. जैसे-जैसे दिन बीतता गया, वैसे-वैस कलह दोनों के लिए काल बनता गया और पत्नी-पत्नी के पाक रिश्ते को बर्बादी के कगार पर लागकर खड़ा कर दिया.

दो दिन पहले ही भोला ससुराल से गौना करा कर अपनी पत्नी को लाया था. इससे पहले दोनों के बीच विवाद ससुराल से ही चला आ रहा है था. 24 अप्रैल की रात बंद कमरे में पति-पत्नी के बीच फिर से विवाद शुरू हो गया. बातों-बातों में पति अजीत के सिर काल सवार हो गया. उसने कमरे से धारदार हथियार निकाला और पत्नी संगीता का गला रेत दिया. उन्हीं हाथों से जिन हाथों ने से डेढ़ साल पहले उसके गले में अपने नाम का मंगल सूत्र पहनाया था. पत्नी संगीता के जमीन पर गिरने के बाद अजीत ने उसी धारदार हथियार से खुद का भी गला रेत लिया.

स्याह रात के सन्नाटे में बंद कमरे से चीखने चिल्लाने की आवाज गूंजने लगी. शोर सुनकर जब परिजनों की नींद खुली तो घरवाले संगीता के कमरे की ओर भागे. जब दरवाजा खोलकर देखा तो उस खौफनाक मंजर को देखकर परिजनों के पांव तले जमीन खिसक गई क्योंकि दोनों पति-पत्नी खून से लथपथ जमीन पर पड़े थे. घरवालों ने स्थानीय लोगों की मदद से आनन फानन में दोनों को सदर अस्पताल पहुंचा जहां दोनों की हालत देखकर डॉक्टर भी कांप गए. जल्दी-जल्दी दोनों का प्राथमिक उपचार किया गया और वहां से बेहतर इलाज के लिए दोनों को पटना रेफर कर दिया लेकिन दोनों की सांसे रास्ते में थम गई.