बिहार। विधानसभा चुनाव 2025 में जीते हुए नये विधायकों के लिये अच्छी खबर है। नये विधायकों को नया आवास मिलेगा और इसके साथ ही तीन बॉडीगार्ड भी मिलेंगे। सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्पेशल ब्रांच ने अपनी एक रिपोर्ट भी तैयार की है। इसके अलावा हारने वाले विधायकों की सुरक्षा घटाई भी जायेगी।
बिहार विधानसभा चुनाव का रिजल्ट आने के बाद नयी सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है। विधानसभा के लिए चुने गये 243 विधायकों में इस बार 132 पहली बार चुनाव जीतकर सदन पहुंचे हैं। इन नये विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर स्पेशल ब्रांच ने अपनी रिपोर्ट तैयार की है। स्पेशल ब्रांच ने संबंधित जिलों के एसपी को इस संबंध में दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं।
नये विधायकों को मिलेंगे 3 बॉडीगार्ड
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, नये विधायकों की तरफ से जिला पुलिस कार्यालय को आवेदन मिलते ही तीन बॉडीगार्ड उपलब्ध करा दिये जायेंगे। इसके साथ ही हारे हुए विधायक-मंत्रियों को प्रोटोकॉल के तहत मिली अतिरिक्त सुरक्षा वापस लेने के लिए भी समीक्षा की जा रही है। इस बार 132 विधायक चुनाव हार गये हैं। इनमें मंत्री सुमित कुमार भी हैं। नियम के अनुसार हारे हुए विधायकों की सुरक्षा में केवल एक-एक गार्ड रहेंगे। बाकी सुरक्षाकर्मी वापस करने होंगे। अगर किसी को खतरा है, तो एसएसपी कार्यालय में आवेदन देना होगा। एसएसपी नये सिरे से सुरक्षा पर विचार कर फैसला लेंगे।
सभी जिलों के एसपी को कराया अवगत
पुलिस के एक आला अधिकारी ने कहा कि यह एक रूटीन प्रक्रिया है। चुनाव होने के बाद नये विधायकों की सुरक्षा व्यवस्था होती है। इसी लिहाज से स्पेशल ब्रांच ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर संबंधित जिलों के एसपी को अवगत करा दिया है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यह व्यवस्था किसी थ्रेट इनपुट के आधार पर नहीं की गयी है। यह एक सामान्य प्रक्रिया का हिस्सा है।
क्यों विधायकों को दी जाती है सुरक्षा?
दरअसल, राज्य सरकार की तरफ से विधायकों को सुरक्षा गार्ड दिये जाते हैं, जिनकी संख्या उनकी खतरे की स्थिति के आधार पर तय की जाती है। विधायकों की सुरक्षा का मतलब है उनकी जान-माल और संपत्ति की रक्षा के लिए किये गये उपाय शामिल होते हैं। इसमें सुरक्षा गार्ड और शारीरिक सुरक्षा शामिल हैं।
बॉडीगार्ड पाने वाले सबसे ज्यादा वीआईपी बिहार में
जानकारी के मुताबिक, सरकारी बॉडीगार्ड पाने वाले सबसे ज्यादा वीआइपी बिहार में हैं। देश के अनुपात में इनकी संख्या 20 प्रतिशत है। बिहार पुलिस का 20 प्रतिशत जवान इन्हीं की सुरक्षा में लगे हुए हैं। 1 अगस्त 2025 को राज्य सुरक्षा समिति की बैठक में उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव के साथ 6 नेताओं की सुरक्षा बढ़ा दी गयी थी।
विधायकों के लिये आवास बनकर तैयार
विधानसभा चुनाव में जीत कर आये विधायकों के लिए आवास पूरी तरह तैयार हो गया है। भवन निर्माण विभाग की तरफ से पटना में विधायक और विधान पार्षद आवास परिसर में नवनिर्वाचित विधायकों के आवास के लिये लगभग 44.41 एकड़ जमीन में 246 आवास का निर्माण किया गया है। विधायकों के लिए अलग-अलग चरणों में आवासीय परिसर को तैयार किया गया है।
नये आवास में कैसी मिलेगी फैसिलिटी?
विभाग की ओर से बताया गया कि हर एक आवास का क्षेत्रफल लगभग 3693 वर्गफुट है। आवास परिसर में विधायकों के क्वार्टर के अलावा एमएलए हॉस्टल, कैंटिन, कम्युनिटी सेंटर की भी सुविधाएं रहेंगी। भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि ने बताया कि विधायकों के लिए 246 आवासों का निर्माण किया गया है। आवासों को विधान सभा क्षेत्र के अनुसार आवंटित किया जायेगा, जिस पर निर्वाचन क्षेत्र संख्या और विधान सभा क्षेत्र का नाम लिखा हुआ है। आवास का निर्माण होने से विधायकों को कई तरह की सुविधाएं मिलेंगी।
इनपुट : प्रभात खबर