बिहार। की राजनीति में सत्ता समीकरणों को लेकर जारी अटकलों पर जदयू के वरिष्ठ नेता ललन सिंह ने एक झटके में विराम लगा दिया। उन्होंने साफ कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री पद न तो खाली है और न ही इस पर किसी तरह की चर्चा की जरूरत।
जदयू के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री ललन सिंह ने शनिवार को मुख्यमंत्री आवास पर नीतीश कुमार से मुलाकात के बाद मीडिया से बातचीत में स्पष्ट कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी तरह की ‘वैकेंसी’ नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि जनता ने एनडीए को जो ऐतिहासिक बहुमत दिया है, वह नीतीश कुमार के नेतृत्व और विकास कार्यों पर भरोसे का परिणाम है। महागठबंधन की करारी हार को उन्होंने कमजोर नेतृत्व और ज्ञान के अभाव का नतीजा बताया।
नीतीश कुमार मुख्यमंत्री हैं और रहेंगे” – ललन सिंह
नीतीश कुमार से मुलाकात के कुछ ही देर बाद ललन सिंह ने पत्रकारों से कहा कि मुख्यमंत्री पद का सवाल ही नहीं उठता। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार आज भी मुख्यमंत्री हैं और भविष्य में भी वही रहेंगे।
उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि कुछ दलों और नेताओं को अपनी अपेक्षाओं पर पुनर्विचार करना चाहिए, क्योंकि जनता ने साफ कर दिया है कि वह स्थिर सरकार और अनुभवी नेतृत्व चाहती है। उनके अनुसार यह चुनाव परिणाम इस बात का संकेत है कि बिहार की जनता ने विकास और सुशासन को वोट दिया है।
महागठबंधन पर करारा प्रहार- “नेतृत्व कमजोर, राज्य की समझ नहीं”
ललन सिंह ने महागठबंधन की हार को केवल चुनावी पराजय नहीं, बल्कि जनता के सख्त संदेश के रूप में बताया। उन्होंने कहा कि महागठबंधन के पास न तो कोई ठोस नेतृत्व है और न ही राज्य की जरूरतों की समझ।
उन्होंने यह भी कहा कि ‘देश चलाने का दावा करने वाले’ नेताओं के पास न तो अनुभव है और न ही देश की वास्तविकताओं की समझ। उनके अनुसार जनता अब भावनात्मक भाषणों, नारों और बड़े-बड़े दावों से प्रभावित होने वाली नहीं है। इस बार उसने काम, नीतियों और परिणामों को प्राथमिकता दी।
बिहार में काम बोलता है”- विकास कार्यों का दिया हवाला
केंद्रीय मंत्री ने नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए विकास कार्यों का उल्लेख करते हुए कहा कि सड़क, स्वास्थ्य, शिक्षा और कानून व्यवस्था जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में पिछले वर्षों में बड़ा सुधार हुआ है।
उन्होंने कहा कि एनडीए की सरकार लगातार काम कर रही थी और जनता ने इसी काम के आधार पर उन्हें फिर से भारी समर्थन दिया है। ललन सिंह ने विश्वास जताया कि आने वाले वर्षों में बिहार और तेज गति से विकास करेगा और देश के विकसित राज्यों की सूची में अपनी जगह मजबूत करेगा।
स्थिरता और भरोसा ही बिहार की पहली पसंद—ललन सिंह
ललन सिंह के मुताबिक बिहार के मतदाताओं ने इस चुनाव में साफ संदेश दिया है। कि उन्हें स्थिर, अनुभवी और विकासमुखी नेतृत्व चाहिए. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार की प्रशासनिक क्षमता और लंबे अनुभव ने बिहार के विकास को नई दिशा दी है, और जनता इसे निरंतर जारी देखना चाहती है।
चुनाव परिणाम महागठबंधन के लिए चेतावनी है कि केवल सत्ता की इच्छा और अवसर की राजनीति से जनता प्रभावित नहीं होने वाली। अब लोग उन सरकारों को चुनते हैं जो काम करती हैं और परिणाम जमीन पर दिखाई देते हैं।