ओडिशा के बालासोर में हुए भीषण रेल हादसे में बिहार के कुल 25 लोगों की मौत हो गई है. जबकि 60 लोग घायल हैं. ये आंकड़ा बिहार आपदा प्रबंधन विभाग की ओर से जारी किया गया है. आकड़ें के मुताबिक 32 लोग अभी भी लापता हैं.

ओडिशा के बालासोर में सदी का सबसे बड़ा रेल हादसा हुआ है, जो शायद ही देश के लोगों के मन से भुलाया जा सके. इस हादसे की कसक सालों तक लोगों के जहनों में तरोताजा रहेंगी. ओडिशा रेल हादसे में बिहार के भी कई मजदूरों ने अपनी जानें गवां दी हैं और कई लोग घायल हुए हैं.

जो बदकिस्मती से उसी दिन कोरोमंडल एक्सप्रेस से चेन्नई काम करने के लिए जा रहे थे. इस दुर्घटना में बिहार के मारे गए और घायल लोगों के आंकड़े बिहार सरकार के आपदा प्रबंधन विभाग ने जारी किए हैं, ताकि उनको राहत पहुंचाने में मदद की जा सके.

आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक इस हादसे में बिहार के कुल 25 लोगों की मौत हुई है, जबकि 60 लोग घायल हैं. वहीं कुछ लोग अभी भी लापता हैं, जिनकी संख्या 32 है. मरने वालों में मधुबनी के 7, पूर्णिया के 2, मुजफ्फरपुर के 4, पूर्वी चंपारण के 3, नवादा के 2, भागलपुर के 3, पश्चिम चंपारण के 2 और दरभंगा के भी 2 लोग शामिल हैं. लापाता लोगों का अभी पता नहीं चल सका है, इस कारण मौत का आंकड़ा अभी बढ़ सकता है.

आपको बता दें कि ये भीषण रेल दुर्घटना तब हुई, जब शालीमार-चेन्नई कोरोमंडल एक्सप्रेस बालासोर में एक लूप लाईन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई, जिससे कई डिब्बे बगल के ट्रैक पर पटरी से उतर गए. इसके बाद, यशवंतपुर से हावड़ा जा रही हावड़ा एक्सप्रेस भी तेज गति से प्रभावित डिब्बों से टकरा गई, जिसके परिणामस्वरूप वो भी दुर्घटनाग्रस्त हो गई. इस हादसे में अब तक मरने वालों का सरकरी आंकड़ा 275 है, जबकि 1100 लोग घायल हुए हैं. हादसे में मारे गए 275 लोगों में से 101 शवों की पहचान अभी भी नहीं हो सकी है.

INPUT : ETV BHARAT