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बिहार में भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया ‘लोगों की उम्मीदों’ का पुल, बनने से पहले ही हो गया धराशायी…

भागलपुर के सुलतानगंज में करीब 1,710 करोड़ रुपए की लागत से बन रहा अगुवानी पुल मामूली सी आंधी नहीं झेल सका और शुक्रवार को धराशायी हो गया। इस हादसे की वजह से जानमाल को तो नहीं लेकिन सरकारी खजाने को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। स्थानीय लोगों की मानें तो पुल का स्ट्रक्चर गिरने के दौरान कई लोगों की जान बच गई। उधर घटना कि जानकारी मिलते ही स्थानीय विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल, अंचलाधिकारी शंभुशरण राय और प्रखंड विकास पदाधिकारी मनोज कुमार मुर्मु मौके पर पहुंच गए।

सत्ताधारी विधायक ने ही लगाया भ्रष्टाचार का आरोप
मौके पर पहुंचे JDU विधायक प्रो. ललित नारायण मंडल ने बड़ा और सनसनीखेज आरोप लगाया है। उनके मुताबिक पुल को बनाने के दौरान जमकर भ्रष्टाचार हुआ है। विधायक के मुताबिक अगुवानी पुल का निर्माण गुणवत्ता पूर्ण नहीं हुआ, इसी का नतीजा है कि मामूली सी आंधी और बारिश में पुल का स्ट्रक्चर गिर गया। विधायक के मुताबिक वो पहले भी अगुवानी पुल का निरक्षण कर चुके हैं। उस समय भी उन्होंने संबंधित अधिकारियों को गुणवत्ता पुर्ण कार्य कराने के लिए निर्देश दिया था।

JDU विधायक की मांग- कैसे गिरा पुल… कराओ जांच
सुल्तानगंज के JDU विधायक ललित नारायण मंडल ने इस हादसे की निष्पक्ष और गहरी जांच कराने की मांग की है। उनके मुताबिक पुल के निर्माण के दौरान की गई गड़बड़ियों की वजह से ही ये हाल हुआ। ऐसे में ये पता चलना जरुरी है कि इस पुल के गिरने का जिम्मेदार कौन है।

बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है ये पुल
आपको बता दें कि अगुवानी पुल बिहार सरकार की महत्वाकांक्षी परियोजनाओं में से एक है। गंगा नदी पर बन रहे अगवानी-सुल्तानगंज पुल पर करीब 1,710 करोड़ रुपयों की लागत आई है। इसकी कुल लंबाई तकरीबन 3.160 किलोमीटर है। इस पुल की आधारशिला 23 फरवरी , 2014 को खगड़िया जिले के परबत्ता में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी।।

वहीं 9 मार्च, 2015 को मुख्यमंत्री ने पुल निर्माण का काम शुरू करने के लिए उद्घाटन भी किया था। खगड़िया की ओर से 16 किलाेमीटर और सुल्तानगंज की ओर से चार किलाेमीटर लंबे एप्रोच राेड का निर्माण चल रहा है। इसके बनने से उत्तर बिहार सीधे मिर्जा चाैकी के रास्ते झारखंड से भी जुड़ जाएगा और विक्रमशिला सेतु पर भी वाहनाें का दबाव कम हाेगा। वहीं श्रावणी मेला के दाैरान कांवरियाें काे भी खगड़िया से भागलपुर आने के लिए 90 किलाेमीटर की दूरी की जगह केवल 30 किमी का सफर करना होगा।

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